राज भवन में हुए शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल ला गणेशन ने कैबिनेट रैंक के 5 मंत्रियों, 2 राज्य मंत्रियों और 2 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों को शपथ दिलाई। पश्चिम बंगाल में 14 महीने बाद बुधवार को ममता बनर्जी कैबिनेट का दूसरी बार विस्तार हुआ। राजभवन में राज्यपाल एल गणेशन ने 9 नए मंत्रियों को शपथ दिलाई। ममता ने 2021 में भाजपा छोड़ तृणमूल में आए पूर्व सांसद बाबुल सुप्रियो और 2014 में लेफ्ट पार्टी छोड़ तृणमूल में आए उदयन गुहा को भी मंत्री बनाया है। सीएम ममता बनर्जी ने कल देर रात अपनी कैबिनेट के 4 मंत्रियों को हटा दिया। इनमें परेश अधिकारी, सौमेन महापात्र, हुमायूं कबीर और रत्ना डे नाग शामिल हैं। परेश अधिकारी शिक्षा भर्ती घोटाले मामले में ED के रडार पर हैं। पार्थ चटर्जी की बर्खास्तगी के बाद परेश को हटाने की मांग लगातार उठ रही थी। घोटाले में गिरफ्तार होने के बाद ममता ने 28 जुलाई को पार्थ चटर्जी को बर्खास्त कर दिया था। ममता सरकार में राज्यमंत्री रहे अधिकारी पर आरोप हैं कि उन्होंने अवैध तरीके से अपनी बेटी को सरकारी स्कूल में शिक्षक के तौर पर नियुक्त कराया था। इस मामले में उनके खिलाफ FIR भी दर्ज हो चुकी है। साथ ही कलकत्ता उच्च न्यायालय की तरफ से भी उनकी बेटी को नौकरी छोड़ने के आदेश दिए जा चुके हैं। मई में कोर्ट की तरफ से जारी आदेश में अधिकारी की बेटी को दो साल की सैलरी भी लौटाने के लिए कहा गया था। आरोप हैं कि SSC की तरफ से लिस्ट में हेराफेरी के बाद अंकिता को नौकरी मिली थी।