दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल सरकार का विश्वासमत प्रस्ताव पास हो गया है। अरविंद केजरीवाल के विश्वास मत प्रस्ताव के पक्ष में 58 वोट पड़े जिसमे 1 वोट डिप्टी स्पीकर का अलग है। यानी कुल 59 हो गए ,जबकि विपक्ष में शून्य वोट पड़े, जिसके बाद विश्वास प्रस्ताव पास हुआ। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई। आपको बता दे की दिल्ली विधानसभा में विश्वास मत खुद अरविंद केजरीवाल ने रखा था। केजरीवाल के मुताबिक- यह विश्वास मत इसलिए जरूरी है ताकि बीजेपी को यह दिखाया जा सके कि वह आम आदमी पार्टी के एक भी विधायक को खरीद नहीं सकती। सीएम केजरीवाल ने कहा कि देश में लगभग 8-10 सरकारें उनकी निगाह में हैं। उन्होंने विधायकों को खरीदने के लिए 20-50 करोड़ तक ऑफर किए। लेकिन वो दिल्ली में एक भी विधायक नहीं खरीद सके। हमारे पास 62 विधायक हैं। दो विदेश से बाहर, एक जेल में और चौथा विधायक सदन का अध्यक्ष होता है। हमारे पक्ष में 58 वोट पड़े हैं।