चीन में बड़े बैंक घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। ग्रामीण बैंकों में उच्च ब्याज दरों के झूठे वादों के साथ लोगों की जिंदगी भर की जमापूंजी हड़पने के आरोप में पुलिस ने 234 लोगों को गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार, बीती 10 जुलाई से पहले झेंगझाऊ स्थित चीनी सेंट्रल बैंक और पीपुल्स बैंक आफ चाइना की शाखा के बाहर अब तक का सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन करने के लिए हजारों जमाकर्ताओं की भीड़ एकट्ठा हो गई थी। इसके बाद यह बातें सामने आई कि बैंक आफ चाइना की हेनन शाखा ने घोषणा की है कि बैंक में जमा हुई जमाकर्ताओं की बचत ‘निवेश उत्पाद’ हैं, उन्हें निकाला नहीं जा सकता। रिपोर्ट में कहा गया कि यह मामला लोगों को स्थानीय ग्रामीण बैंकों में जमा पर अधिक ब्याज दर का वादा कर ठगने का है। शुचांग सिटी गवर्नमेंट ने जानकारी देते हुए बताया कि लू यिवेई नाम मास्टरमाइंड ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर पहले हेनान की चार बैंकों पर अवैध रूप से कंट्रोल किया। गौरतलब है कि 18 अप्रैल के बाद हेनन की चार ग्रामीण बैंकों ने ग्राहकों के लिए अपनी आनलाइन सेवाएं और उनकी पूंजी तक पहुंच को रोक दिया था। इसके बाद से आक्रोश पनपता गया। इस वित्तीय घोटाले के कारण पिछले कुछ महीनों में सार्वजनिक आक्रोश और बढ़ गया, जब ग्राहकों ने यह शिकायत की थी कि बैंक में उनके लिए नियम बदल गए हैं। चीन में बैंक घोटाले का मामला दुनिया में तब सुर्खियों में आया था जब हेनान समेत कई प्रांतों में बैंकों के बाहर तोपें खड़ी की गई थी। दरअसल, निवेशक अपनी जमा राशि बैंक से निकालने के लिए जमा हुए थे। जब उन्हें पैसा नहीं मिला तो भारी विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। जिसके बाद सुरक्षा के मद्देनजर सरकार को यह कदम उठाना पड़ा था।