RO-ARO पेपर लीक मामले में एक और गिरफ्तारी, यूपी STF की पकड़ में आया आरोपी अमित सिंह

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RO-ARO पेपर लीक मामले में एक और गिरफ्तारी, यूपी STF की पकड़ में आया आरोपी अमित सिंह

यूपी एसटीएफ ने आरओ एआरओ पेपर लीक मामले में एक और गिरफ्तारी की है. अमित सिंह को एसटीएफ मुख्यालय पूछताछ के लिए बुलाया गया था. पूछताछ में आरोपी ने चौकाने वाले खुलासे किये हैं.

यूपी एसटीएफ ने आरओ-एआरओ परीक्षा पेपर लीक मामले में गिरोह के एक और सदस्य को गिरफ्तार किया है. एसटीएफ ने 4 अप्रैल को उसे मुख्यालय पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में अरुण कुमार सिंह और सौरभ शुक्ला को 15 मार्च को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.

आरोपियों से पूछताछ में जानकारी हुई कि समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा पेपर लीक कराने का मास्टर माइण्ड राजीव नयन मिश्र है. राजीव नयन मिश्र को 2 अप्रैल 2024 को नोएडा एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया. आरोपी राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल मिश्रा से पूछताछ के बाद अमित सिंह एसटीएफ मुख्यालय पूछताछ हेतु बुलाया गया था. राजीव नयन ने पूछताछ में यह भी बताया था कि उसने समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी का पेपर 25 लाख में डा. शरद सिंह को बेचा था.

15 लाख प्रति परीक्षार्थी तय हुई थी डील

अमित सिंह ने पूछताछ पर बताया कि वह गोमतीनगर में कामर्स की कोचिंग चलाता था. उसी दौरान दीपक दुबे बलिया के माध्यम से राजीव नयन उर्फ राहुल मिश्रा निवासी प्रयागराज से सम्पर्क हुआ. अमित सिंह ने राजीव नयन को टीजीटी परीक्षा-2020/21 का पेपर पढाने के लिए रूपये 20 लाख दिया था. उसके बाद से कई भर्ती परीक्षाओं में राजीव नयन को कैण्डिडेट उपलब्ध करा चुका है. राजीव नयन ने पुलिस भर्ती व आरओ/एआरओ भर्ती परीक्षा 2023 में पेपर आउट कराने के लिये कहा था. साथ ही अमित सिंह से अभ्यर्थियों की व्यवस्था करने के लिये बोला था.

राजीव नयन ने बताया था कि सभी अभ्यर्थियों को लखनऊ और प्रयागराज में पेपर का उत्तर पढ़ाया जायेगा. उक्त परीक्षा के पेपर के बदले डा शरद सिंह से 15 लाख रूपये प्रति अभ्यर्थी देना तय हुआ था. प्रारंभिक परीक्षा जो दिनांक 11 फरवरी को होनी थी. उसके पहले प्रति अभ्यर्थी 2 लाख रूपये देना तय हुआ था. शेष पैसा काम होने के बाद देना था. सभी लड़कों को राजीव नयन मिश्र के नैनी प्रयागराज स्थित आरोग्यम हास्पिटल में ले जाकर पेपर पढवाया गया था. आरोग्यम हास्पिटल का मालिक राजीव नयन ही है. बाकी लड़कों के लिये राहुल ने बताया था कि डा शरद सिंह से सम्पर्क करें. डा. शरद अपनी वरना कार व अन्य गाड़ियों में प्लासियो माल के पास अभ्यर्थियों को बैठाकर लगभग 02 घंटे तक पेपर पढ़ाया व लड़कों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया.

पूछताछ पर बताया कि उसने करीब 40 अभ्यर्थियों की व्यवस्था किया था जिनको राजीव नयन उर्फ राहुल मिश्रा के खास सहयोगी पुष्कर पांडेय अभ्यर्थियों को बस से रीवा लेकर गया. 16 फरवरी को शिव शक्ति रिसार्ट में सभी अभ्यर्थियों को पेपर पढ़वाया गया. उसी दिन राजीव नयन उर्फ राहुल मिश्रा के पैसा मांगने पर अमित सिंह उपरोक्त ने अपने चचेरे भाई विजय प्रताप सिंह पुत्र अमरेश बहादुर सिंह निवासी पांडे चौरा, वैस पुरवा थाना करनैलगंज गोण्डा से बात करके तत्काल जरूरत बताकर 5 लाख रूपये राजीव नयन उर्फ राहुल मिश्रा के दिये हुए खाते में ट्रांसफर करा दिया था.

अमित सिंह पहले भी जा चुका है जेल

अमित सिंह से प्राप्त जानकारी के आधार पर जिस खाते में 5 लाख रूपये ट्रांसफर करने की बात बतायी गयी उसकी पुष्टि हुई. अमित सिंह उपरोक्त से पूछताछ एवं प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) परीक्षा 2023 एवं पुलिस भर्ती परीक्षा-2023 के पेपर लीक कराया गया और परीक्षा की गोपनीयता भंग की गई है. जिस आधार पर अमित सिंह को शाम 4 बजे हिरासत में लिया गया. अमित सिंह सीटेट परीक्षा पेपर आउट कराने के सम्बन्ध में जनवरी 2023 में थाना कंकरखेड़ा मेरठ से जेल जा चुका है.

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