डी.टी.सी.को घाटे से उबारने के प्रयास में जुटी दिल्ली की भाजपा सरकार : दर्शन सिंह
आप पार्टी सरकार नें पहुंचा दिया था डी.टी.सी.को बड़े घाटे में
नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) : राजधानी दिल्ली में पिछली आम आदमी पार्टी की सरकार की कार्यप्रणाली के चलते डी.टी.सी.भारी घाटे में पहुंच चुकी है | आप पार्टी की सरकार नें कभी भी इस ओर ध्यान नहीं दिया नतीजा यह रहा कि पहले से ही घाटे में चल रही डी.टी.सी.की हालत लगातार खस्ता होती चली गई | लेकिन भाजपा की रेखा गुप्ता सरकार नें अपने तीन महीने के कार्यकाल में ही इस और सोचना शुरू कर दिया और डी.टी.सी.को घाटे से उभरने के लिए योजनाओं पर काम करना शुरू कर दिया | यह कहना है भारतीय जनता पार्टी नवीन शाहदरा जिले के पूर्व उपाध्यक्ष दर्शन सिंह का | दर्शन सिंह कहते हैं आम आदमी पार्टी की सरकार केवल अपने और अपने लोगो के फायदे के बारे में सोचती थी जबकि भाजपा सरकार सभी कार्य जनहित में कर रही है |
दर्शन सिंह कहते हैं दिल्ली सरकार की ओर से डी.टी.सी. (दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन) के पुराने और कम उपयोग में आने वाले बस डिपो का कमर्शियल इस्तेमाल करने की दिशा में बड़ा फैसला लिया गया है. मेट्रो स्टेशनों पर होने वाली कमर्शियल गतिविधियों की तरह अब डीटीसी डिपो को भी राजस्व की कमाई का साधन बनाया जाएगा. इससे डीटीसी की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा.
दर्शन सिंह कहते हैं हाल ही में डीटीसी बोर्ड की बैठक में यह प्रस्ताव पास किया गया कि बंदा बहादुर मार्ग और सुखदेव विहार डिपो को व्यावसायिक गतिविधियों के लिए खोला जाएगा. दोनों ही पुराने और कम उपयोग होने वाले डिपो हैं. दोनों डिपो के इस प्रस्ताव को दिल्ली सरकार की मंजूरी भी मिल
गई है. इन डिपो में दुकानों, ऑफिस स्पेस, रिटेल स्टोर्स, अन्य व्यावसायिक इकाइयों आदि को विकसित करने की योजना बनाई गई है | दर्शन सिंह कहते हैं इस योजना को डी.टी.सी.को करीब ढाई सौ करोड़ की आमदनी की सम्भावना है जो डी.टी.सी.के घटे की भरपाई तो करेगी ही साथ में इस बजट से नई परियोजना भी शुरू हो सकेगी |
दर्शन सिंह कहते हैं डीटीसी सालों से घाटे में चल रही है. बसों के परिचालन लागत में वृद्धि, कम आय और पुरानी बसों के रखरखाव में हो रही दिक्कतों के कारण संस्था पर वित्तीय बोझ बढ़ता जा रहा है. ऐसे में डीटीसी अब व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देकर वैकल्पिक राजस्व स्रोत तैयार करने की कोशिश कर रहा है | मेट्रो स्टेशनों से ली गई प्रेरणा: मेट्रो के मॉड्यूल से प्रेरणा लेते हुए डीटीसी अपने संसाधनों का अधिकतम उपयोग करना चाहती है. मेट्रो स्टेशनों पर जिस तरीके से रिटेल और ऑफिस स्पेस से आय प्राप्त होती है, उसी मॉडल को अब डिपो के साथ अपनाया जाएगा, जिससे डीटीसी को आय प्राप्त हो. भविष्य में अन्य डिपो भी इसमें शामिल हो सकते हैं |