BSF Alert: देश की पश्चिमी सीमा पर BSF अलर्ट मोड, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जवान चौकस और सतर्क
स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के मौके पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) पूरी तरह अलर्ट मोड में है और देश की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। BSF दोनों संवेदनशील अंतरराष्ट्रीय सीमाओं – भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश – की निगरानी और सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है। इस बार राजस्थान के जोधपुर में राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित होने के कारण सुरक्षा एजेंसी ने अतिरिक्त सतर्कता बरती है।
देश की पश्चिमी सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवान रेगिस्तानी इलाकों में मुस्तादी के साथ डटे हैं। प्रथम पंक्ति के सुरक्षा कवच के रूप में मौजूद ये जवान देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। बीएसएफ के आईजी एम.एल. गर्ग ने बताया कि लगभग 6,500 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा पूरी तरह बीएसएफ द्वारा की जा रही है। विशेष रूप से स्वतंत्रता दिवस जैसे महत्वपूर्ण अवसर पर इन सीमाओं को अत्यधिक संवेदनशील माना जाता है।
बीएसएफ ने ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के तहत सीमा क्षेत्रों में गतिविधियों पर लगातार नजर रखी है और इसके बाद ऑपरेशन ‘अलर्ट’ को निरंतर जारी रखा गया है। इसके अंतर्गत निगरानी और गश्त को और तेज किया गया है तथा सुरक्षा के हर पहलू को मजबूत किया जा रहा है। सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा स्ट्रेंथ और सर्विलांस बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं। आधुनिक तकनीकी उपकरणों के साथ-साथ मानवीय संसाधनों को भी बढ़ाया गया है।
इसके अलावा, सीमा पर बसे स्थानीय लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से नागरिकों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने की जानकारी दी जा रही है। इस तरह बीएसएफ और स्थानीय नागरिक मिलकर सीमाओं को हर प्रकार की चुनौती से सुरक्षित रखने में जुटे हैं।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बीएसएफ पूरी तरह तैयार है और किसी भी आकस्मिक या चुनौतीपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए जवान चौकस और सतर्क हैं। इस तैयारी से यह संदेश जाता है कि देश की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है और हर स्थिति में सीमा की रक्षा सुनिश्चित की जाएगी।



