रामदयालु सिंह की प्रतिमा के मुद्दे पर BJP आक्रामक,महागठबंधन के लोग पशु के समान

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रामदयालु सिंह की प्रतिमा के मुद्दे पर BJP आक्रामक, विजय सिन्हा बोले- महागठबंधन के लोग पशु के समान

BJP Leader Vijay Kumar Sinha Attacked RJD And Congress On Issue Of Ramdayalu  Singh Statue In Muzaffarpur ANN | BJP Reaction: रामदयालु सिंह की प्रतिमा के मुद्दे  पर BJP आक्रामक, विजय सिन्हा

मुजफ्फरपुर में दिवंगत रामदयालु सिंह की प्रतिमा अनावरण को लेकर महागठबंधन पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि महापुरुष लोगों पर हर देशवासियों का हक है.

बिहार के पहले विधानसभा अध्यक्ष दिवंगत रामदयालु सिंह (Ramdayalu Singh) की प्रतिमा के अनावरण को लेकर कांग्रेस पार्टी और बीजेपी (BJP) के बीच चल रही लड़ाई के बीच मंगलवार को मुजफ्फरपुर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) पहुंचे. उन्होंने प्रतिमा का अनावरण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि महापुरुष लोगों पर हर देशवासियों का हक है. मां भारती की संतान सबके लिए हैं. विरोध करने वाले लोग मनुष्य नहीं बल्कि पशु के समान हैं. जिस पार्टी की नीव वंशवादी और नेहरू खानदान से प्रेरित है उससे यह दल आज तक बाहर नहीं आ सकी है. हम लोग ने तो देश की स्वाधीनता में महान योगदान देने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा बनवाई.

महापुरुष लोगों का कोई जात-पात, धर्म नहीं होता है- विजय कुमार सिन्हा

विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने तो कभी अपने कार्यकाल में सरदार वल्लभ भाई पटेल की कोई प्रतिमा और उनको श्रद्धा सुमन तक अर्पित नहीं की. इस परंपरा को बीजेपी ने शुरुआत की. महापुरुष लोगों का कोई जात-पात, धर्म नहीं होता है. कांग्रेस पार्टी के लोग ने अपने ही नेता सरदार पटेल को कभी सम्मान नहीं दिया है. ये वह लोग है जो महान विभूति को भुलाते हुए आए हैं और विरोध भी करते हुए आए हैं. ऐसे लोगों को मानव कहना ठीक नहीं है. ये लोग पशु के समान हैं.

नेता प्रतिपक्ष का बिहार सरकार पर हमला

आगे नेता प्रतिपक्ष बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य में प्रशासनिक अराजकता चरम पर रहने के कारण राज्य के लोग तबाह हो गए हैं. लखीसराय में नरसंहार को प्रशासन द्वारा पहले प्रेम प्रसंग का रूप दिया गया, लेकिन परिवार वालों के द्वारा उनके जमीन और घर हथियाने की बात पर पुलिस खानापूर्ति कर रही है. स्थानीय विधायक होने के कारण मैंने और मेरे दल ने शुरू से हत्यारे एवम उन्हें भगाने में शामिल लोगों की गिरफ्तारी की मांग की है. इसी प्रकरण में 30 नवंबर 2023 को लखीसराय में आयोजित महाधरना को प्रशासन ने पहले अनुमति दी, लेकिन दबाब में अनुमति रद्द कर दिया गया. पुलिस अभी भी मामले की लीपापोती में लगी हुई है.

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