मेघालय-असम सीमा पर फायरिंग में 6 की मौत, हिंसा भड़कने पर 7 जिलों में इंटरनेट बंद

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असम-मेघालय सीमा पर आज सुबह पुलिस फायरिंग में 6 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में असम का एक फॉरेस्ट गार्ड भी है। बताया गया है कि सीमा से सटे जंगल से कुछ लोग ट्रक से तस्करी करके लकड़ी ले जा रहे थे। असम पुलिस और फॉरेस्ट विभाग ने उन्हें पश्चिम जयंतिया हिल्स के मुकरोह में रोका तो फायरिंग शुरू हो गई। इस घटना में मरने वाले 5 लोग मेघायल के हैं। खबर फैलते ही मेघालय के 7 जिलों में हिंसा भड़क गई। एहतियात के तौरे पर 7 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड सांग ने आज ऐलान किया है कि इस हिंसा में मारे गए प्रत्येक व्यक्तियों के आश्रितों को 5 लाख रुपये मुआवजे के तौर पर दी जाएगी। सीएम संगमा ने बताया कि घटना में मेघालय के पांच और असम के एक वन रक्षक सहित कुल छह लोगों की मौत हो गई। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। मेघालय पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी की जांच की गई। घटना की मजिस्ट्रियल जांच शुरू की जाएगी। मैंने घटना पर असम के सीएम से बात की है और उन्होंने सहयोग का आश्वासन दिया है।

मेघालय राज्य में शांति भंग करने के लिए मीडिया के दुरुपयोग को रोकने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए गृह विभाग के सचिव सीवीडी डेंगदोह, ने इस अधिसूचना को लागू किया है। मेघालय के पश्चिम जयंतिया हिल्स, पूर्वी जयंतिया हिल्स, ईस्ट खासी हिल्स, री-भोई, ईस्टर्न वेस्ट खासी हिल्स, वेस्ट खासी हिल्स और साउथ वेस्ट खासी हिल्स जिलों में टेलीकॉम और सोशल मीडिया सेवाएं बंद रहेंगी। अधिसूचना में कहा गया है कि आदेश का उल्लंघन करने वालों को भारतीय दंड संहिता की धारा 188 और भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम, 1885 के संबंधित प्रावधानों के तहत दंडित किया जाएगा। घटना के बारे में विस्तृत जानकारी का इंतजार है।

आपको बता दे की असम-मेघालय के बीच सीमा विवाद 50 साल से भी ज्यादा पुराना है। इस साल की शुरुआत में दोनों राज्यों के CM हिमंत बिस्वा सरमा और कॉनराड कोंगकल संगमा ने दिल्ली में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद 12 सबसे ज्यादा विवादित क्षेत्रों में से 6 की राज्य सीमा निर्धारित हो गई। MoU साइन होते वक्त गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। MoU पर साइन करने के बाद असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि यह हमारे लिए ऐतिहासिक दिन है। इस MoU के बाद जल्द ही बाकी विवादित जगहों की समस्या का समाधान करना हमारा लक्ष्य है। हम पूर्वोत्तर क्षेत्र को देश के विकास का इंजन बनाने की दिशा में काम करेंगे।

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