बीते दिनों राजनीतिक गलियारे में एक तस्वीर की खूब चर्चा हुई. ये तस्वीर पीएम नरेंद्र मोदी और एनसीपी के संस्थापक शरद पवार की थी. पीएम मोदी ने शरद पवार को सम्मान देते हुए बैठने के लिए उनकी कुर्सी खींचते और पीने के लिए ग्लास में पानी डालते हुए दिखाई दिए. सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी वायरल हुआ था. मौका दिल्ली में आयोजित दिल्ली 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का था. अब इन तस्वीरों पर खुद शरद पवार ने प्रतिक्रिया दी है.
84 साल के दिग्गज नेता शरद पवार ने दिलचस्प प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “उन्होंने भटकती आत्मा भी कहा था. उन्होंने यह भी कहा था कि मेरी ऊंगली पड़कर राजनीति में आए और कल पानी देने का भी काम किया आप ही देख लीजिए.” मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शरद पवार ने ये बातें कहीं. उन्होंने कई मुद्दों पर भी मीडिया के सवालों के जवाब दिए.
धनंजय मुंडे पर क्या बोले?
विपक्ष के निशाने पर आए अजित पवार गुट के मंत्री धनंजय मुंडे शरद पवार ने कहा, “इससे पहले जिन पर आरोप होते थे उनसे इस्तीफा लिया जाता था. इस सरकार में दो मंत्रियों पर आरोप लगाया जा रहा है. लेकिन कुछ नहीं हुआ है . मुझे नहीं लगता कि नैतिकता का इन लोगों से कोई लेना-देना है.”
डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के बयान पर क्या बोले?
हाल ही में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा था, “मुझे हल्के में मत लेना.” सीएम देवेंद्र फडणवीस से अनबन की खबरों के बीच शिंदे के इस बयान के कई मायने मतलब निकाले जाने लगे. इस पर शरद पवार ने कहा, “मैं थोड़ी बहुत मराठी जानता हूं. हल्के में मत लो यह वाक्य मैंने कहीं सुना ही नहीं. हल्के में मत लो, हल्के में मत लीजिए का क्या मतलब है?”
एकनाथ शिंदे को सम्मानित करने पर भी बोले
शरद पवार ने महादजी शिंदे पुरस्कार पर कहा, “एकनाथ शिंदे और बाकी 14 लोगों को भी पुरस्कार दिया गया. उन 14 लोगों की बात नहीं हुई. सिर्फ एकनाथ शिंदे की बात सबके सामने आयी.”