दिल्ली में बारिश के कारण यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इससे यमुना के आसपास आबादी वाले इलाकों में बाढ़ का खतरा है। सुबह से यमुना नदी खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर बह रही है। बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने बताया कि सुबह पांच बजे जलस्तर 205.99 मीटर तक पहुंच गया। निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के प्रयास तेज किए जा रहे हैं। एक पूर्वानुमान में कहा गया है कि शाम पांच बजे के आसपास जलस्तर के 206 मीटर के निशान को छूने के बाद स्थिर रहने की संभावना है। पूर्वी दिल्ली के जिलाधिकारी अनिल बांका ने कहा कि जिले में निचले इलाकों से करीब 2,300 लोगों को बाहर निकाला गया और बीती रात तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि आज निकासी प्रयास तेज किये जाएंगे। यमुना खतरे के निशान को पार करने के बाद प्रशासन जगह खाली करने की चेतावनी जारी कर चुका है। मुनादी करवाकर लोगों को खादर क्षेत्र छोड़ने के लिए कहा जा रहा है। इसके बाद भी खादर की झुग्गियों में रहने वाले लोग सुरक्षित स्थान पर जाने को तैयार नहीं है। कल जलस्तर बढ़ने से सोनिया विहार, शास्त्री पार्क, लोहा पुल, उस्मानपुर की झुग्गियां पानी में डूब गईं। लोग झुग्गियों से सामान निकालने में जुटे रहे। बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने गुरुवार को दोपहर तीन बजे हरियाणा के यमुनानगर जिले के हथिनीकुंड बैराज से करीब 2.21 लाख क्यूसेक और मध्य रात्रि 12 बजे करीब 1.55 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की सूचना दी थी।