गीता कॉलोनी श्मशान घाट पर सफाई अभियान में शामिल हुए वीरेन्द्र सचदेवा : दीपक गाबा
नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) : रविवार को भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा एवं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओ ने गीता कालोनी शमशान घाट मे सफाई अभियान का आयोजन किया जिसमें कृष्णा नगर के निगम पार्षद संदीप कपूर , भाजपा शाहदरा जिला महामंत्री दीपक गाबा, जिला उपाध्यक्ष धनोज सिंह,पूर्व निगम पार्षद दीपक मल्होत्रा, जिला मंत्री गौरव कपूर, अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष कमलकान्त, भगवत रुस्तगी एवं भाजपा कार्यकर्ता उपस्तिथ रहे।
उसके पश्चात् बाढ़ पीड़ितों को फल एवं भोजन वितरण किया गया। भोजन वितरण पंजाबी महासभा द्वारा करवाया गया जिसमें पंजाबी महासभा के अध्यक्ष आर. एस. दुआ , महामंत्री अशोक भांबरी, कृष्ण बुद्धिराजा, कोषाध्यक्ष त्रिभुवन आहूजा, जगदीश लूथरा, अमित क्वात्रा एवं समस्त पदाधिकारी उपस्थित रहे। वीरेन्द्र सचदेवा नें कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा पिछले 9 वर्षों में यमुना सफाई के नाम पर 6800 करोड़ रुपये भ्रष्टाचार की भेट चढ़ा दिए है और बाढ़ एवं इरीगेशन विभाग यमुना सफाई करने में पूरी तरह से नाकाम रहा है। केजरीवाल ने यमुना सफाई और नालों की डिस्लिटिंग की खोखली घोषणा करके दिल्ली वालों को भ्रमित किया है।
वीरेन्द्र सचदेवा नें कहा कि सेंट्रल वाटर कमीशन के 5 दिवसीय पुर्वानुमान अनुसार दिल्ली को चेतावनी दी थी कि यमुना का जलस्तर वर्तमान स्तर से बढ़ना जारी रहेगा और हरियाणा सरकार ने भी पूर्व में ही हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ने की सूचना दी थी। परंतु 10 जुलाई को अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बाढ़ का कोई खतरा नही है और 12 जुलाई को मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी में बाढ़ की भयावह स्थिति है। केजरीवाल ने चेतावनी को अनदेखा कर इसे प्राकृतिक आपदा का नाम देकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने का काम किया है।
दीपक गाबा ने कहा दिल्ली में केजरीवाल के भ्रष्टाचार के कारण यमुना में बाढ़ आई है, क्योंकि पिछले 9 वर्षों में यमुना सफाई के नाम पर करोड़ो रुपये डकार गए परंतु यमुना से गंदगी और गाद को बाहर नही निकाला और उसका स्तर उॅचाई पर होने के कारण दिल्ली डूब गई है। उन्होंने कहा कि 2013 में 8 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के बावजूद बाढ़ नही आई लेकिन 2023 में 3.50 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने पर ही दिल्ली में तबाही मच रही है, क्या इसके लिए मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जिम्मेदार नही है। उन्होंने कहा कि यमुना की सिल्ट की सफाई न होने की वजह से यमुना आईटीओ बैराज के 32 में से 5 गेट बंद पड़े है जिससे पानी निकासी के रास्ते बंद हो गए। सरकार के बाढ़ विभाग की असफलता को स्वयं बाढ़ मंत्री सौरभ भारद्वाज ने स्वीकार किया है। परंतु वे अपनी जिम्मेदारी लेने की जगह दूसरों पर आरोप लगा रहे हैं।