सचिन पायलट नें बनाये सभी विधानसभाओं में प्रभारी
अनिल चौधरी नें भी डाला टीम के साथ डेरा
– अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली ,उत्तर पूर्वी दिल्ली में गठबंधन प्रत्याशी कन्हैया कुमार का प्रचार जोर पकड़ चुका है | कन्हैया कुमार को जब कांग्रेस द्वारा प्रत्याशी बनाया गया था तो पार्टी में बगावती सुर उठने लगे थे | प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविन्द्र सिंह लवली नें तो अपने कई साथियों के साथ पार्टी तक छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था | उस वक्त ऐसा लग रहा था कन्हैया की चुनावी वैतरणी कैसे पार होगी | लेकिन अपनी समानांतर सशक्त टीम को ले जब कन्हैया मैदान में कूदे तो उन्होंने पहले दिन ही अपनी छात्र राजनीती के अनुभव की छाप कांग्रेस क्षत्रपों पर छोड़ दी थी | लिहाजा जो कांग्रसी क्षत्रप कन्हैया के विरोध में भी थे उन्हें लगा उनका विरोध कन्हैया का कुछ नहीं बिगाड़ सकेगा और वे भी, भले ही बुझे मन से लेकिन कन्हैया की बांसुरी बजाने को तैयार हो गए | यह बात कन्हैया भली भांति जानते है कौन उनके साथ किस मन से काम कर रहा है | वार्ड स्तर पर उनके द्वारा छोड़ी टीम कन्हैया को पल – पल की खबर जो दे रही है | पार्टी हाईकमान तक भी जब यह खबर पहुंची तो पार्टी भी अलर्ट हो गई और पार्टी की ओर से वरिष्ठ जमीनी नेता सचिन पायलट को इस सीट का प्रभारी बना यह संदेश दे दिया कि पार्टी इस सीट को ले कितनी गंभीर और अलर्ट है | सचिन पायलट अभी तक पार्टी नेताओं की कई बैठके ले चुके है और उन्होंने राजस्थान के दस विधायकों को सभी दस विधानसभाओं का प्रभारी भी बना दिया है | इसके अलावा दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव भी अपने स्तर पर जुटे हैं तो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी को भी पार्टी नें खास जिम्मेदारी इस सीट के लिए सौंपी है | अनिल चौधरी भी करीब एक सप्ताह से अपने प्रभाव का इस्तेमाल कन्हैया की जीत के लिए करने में लगे हैं | जहां तक कांग्रेस के जिला अध्यक्षों जुबेर अहमद और आदेश भारद्वाज का है वे पहले दिन से ही अपनी टीम के साथ जुटे हैं | इनके अलावा भी गुजरात के युवा विधायक जिग्नेश निवानी के साथ साथ बिहार के वरिष्ठ नेता शकील अहमद सहित और भी कई राज्यों के नेता अपनी-अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं | कल एक सभा में कन्हैया के साथ जो कुछ भी हुआ उसे भाजपा की हताशा के अलावा कुछ नहीं कहा जा सकता | गठबंधन धर्म का पालन करते हुए आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय के नेतृत्व में पूरी ईमानदारी से जुटे है | कुल मिलाकर कहा जा सकता है कन्हैया आज मजबूत टीम वर्क के चलते रणभूमि में मजबूती से पैर जमा चुके हैं | आज बस इतना ही …