युद्ध विराम के बाद मिले फीडबैक से विचलित दिखे प्रधानमंत्री

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प्रधानमंत्री
युद्ध विराम के बाद मिले फीडबैक से विचलित दिखे प्रधानमंत्री

युद्ध विराम के बाद मिले फीडबैक से विचलित दिखे प्रधानमंत्री

देश के नाम संबोधन में देते दिखे सफाई

– अश्वनी भारद्वाज –

नई दिल्ली ,जी हां हम बिलकुल ठीक कह रहे हैं पाकिस्तान की छद्म नीति और अमेरिका के कथित हस्तक्षेप के उपरान्त हुए सीजफायर के बाद देश की जनता के बदले मूड को भांप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नें मिली फीडबैक के बाद आज अपनी झेंप मिटाने का प्रयास करते हुए जनता के दरबार में देश के संबोधन के दौरान अपनी सफाई देने का प्रयास किया | जनता उनकी सफाई और तथ्यों पर कितना भरोसा करेगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा लेकिन प्रधानमंत्री के सम्बोधन में आज ना तो उतना जोश दिखा और ना ही आक्रोश | इतना जरुर कहा गया आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी | घर में घुसकर मारेगें या देश को नहीं झुकने देंगे जैसे शब्दों का इस्तेमाल आज नहीं किया गया |

जबकि ज्यादातर देशवासी इन्हीं शब्दों को सुनने के लिए बेताब थे | प्रधानमन्त्री के सम्बोधन में ना तो अमेरिका का नाम लिया गया और ना ही किसी और मुल्क का, अलबत्ता पाकिस्तान को जरुर सलाह मशविरे दिए गए | लेकिन प्रधानमन्त्री को यह अच्छी तरह से मालुम है पाकिस्तान उस दुम के समान है जो बारह साल बाद भी टेढ़ी ही निकलती है सलाह मशविरे की भाषा उसे नहीं आती | कितनी बार सीज फायर का उल्लंघन पाकिस्तान नें किया है सब जानते हैं | हालंकि प्रधानमन्त्री नें यह भी कहा हमने अपने आपरेशन को केवल स्थगित किया है और यदि पाकिस्तान की ओर से कोई हरकत की गई तो जवाबी कार्यवाही की जायेगी | जवाबी कार्यवाही का ही नतीजा था जो बड़े बड़ों को चौधरी बनने का मौका मिला |और क्या गारंटी है यह फिर से नहीं दोहराया जाएगा | क्योंकि वे तो 1971 में भी चौधरी बनने चले थे और कागिल वार के समय भी | यह सर्वविदित है भारतीय शांतिप्रिय होते हैं लेकिन जब पानी सर से ऊपर जाता है तो बदले की भावना और देशप्रेम की भावना भी भारतियों जैसी किसी और मुल्क में देखने को नहीं मिलती | समझ गए ना आप आतंकी हमले के बाद हर भारतीय आग बबूला था और उसी दिन से जवाबी हमले की इन्तजार में था और शायद यही वजह थी पूरे देश की जनता और यहाँ तक कि हमारे देश का बिखरा हुए विपक्ष भी इस मुद्दे पर शुरू किये आपरेशन सिंदूर मुद्दे पर सरकार के साथ खड़ा दिखा | अब आप ही बताइए देश के मूड को एक ही झटके में पाकिस्तान की गुहार पर क्यों स्टॉप कर दिया गया | यानी चित भी मेरी और पट भी मेरी ,आतंकी वारदात भी हम करेगें और सीज फायर की गुहार भी लगायेगें और सीज फायर की घोषणा के बाद फिर उसका उल्लंघन भी करेगें | आज ज्यादातर भारतीय हतप्रभ हैं और शायद यही वजह है प्रधानमन्त्री को देश की जनता के सामने अपनी बात रखनी पड़ी |

प्रधानमन्त्री जी देश की सेना पर हर भारतीय को गर्व है जिसने जवाबी कार्यवाही बड़े ही आक्रमक तरीके से की और पाक को घुटनों पर ला दिया | काश यह सिलसिला कुछ और चल जाता तो तो आज आपको जनता के सामने कुछ और ही संदेश देना पड़ता | आज बस इतना ही …

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