Delhi AIIMS में MRI-Ultrasound टेस्ट के लिए 2 से 3 साल बाद की मिल रही तारीख, निराश मरीज पूछ रहे सवाल- बताओ कब होगा इलाज?
एम्स प्रशासन के दावों के उलट वहां मरीजों को अल्ट्रासाउंड और एमआरआई के लिए 2 से 3 साल के बाद की डेट दी जा रही है. निराश आम मरीज सोशल मीडिया पर एम्स के दावों पर सवाल उठाने लगे हैं .
साल बाद की तारीख देने लग जाएं, तो इस बात का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि वहां पर आम मरीजों को कितना सहज और सस्त इलाज होता होगा? एम्स के मरीजों का यह हाल उस समय है जब एम्स प्रशासन इस बात का दावा करते नहीं थकता, कि वो एक दिन के अंदर मरीजों का अल्ट्रासाउंड करा रहा है. इस बात का खुलासा उस समय हुआ जब अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स, AIIMS) में एमआरआइ जांच (MRI Test) के लिए पहुंच रहे मरीजों को 2026 की तारीख दी जाने लगी. एम्स में अल्ट्रासाउंड के लिए एक मरीज को जनवरी 2025 का डेट दिया. इससे पहले दिल्ली सरकार के लोक नायक अस्पताल में अल्ट्रासाउंड के लिए 2026 की तारीख देने का मामला सामने आया था.
AIIMS बताए- मां का इलाज कब शुरू होगा?
आम मरीज डॉक्टरों के इस रुख के बाद अब इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर पोस्ट कर एम्स से सवाल पूछने लगे हैं. इतना ही नहीं ऐसे मरीज पोस्ट एक्स पर अपनी आपबीती साझा कर रहे हैं. एक्स पर अपने एक पोस्ट में एक यूजर ने अपनी मां का एम्स का पर्चा सभी से साझा करते हुए लिखा- मेरी मां का हड्डी रोग विभाग में इलाज चल रहा है. वहां के डॉक्टरों ने एमआरआई कराने के लिए कहा. जब मां को जांच के लिए लेकर गए तो एमआरआई के लिए 2 फरवरी, 2026 को तारीख दी गई है. यूजर ने पूछा है- जब जांच 2026 में होगी तो एम्स ये भी बता दे कि मां का इलाज कब शुरू होगा? क्या तब तक मेरी मां की हालत और खराब नहीं हो जाएगी?
अस्पताल प्रशासन के दावों पर सवाल
दिल्ली के मयूर विहार निवासी एक अन्य मरीज जो एम्स के मेडिसिन विभाग में उपचार करा रहे हैं, का कहना है कि एम्स के डॉक्टर ने उन्हें अल्ट्रासाउंड कराने के लिए कहा. जब वे अल्ट्रासाउंड कराने गए तो उन्हें तीन जनवरी, 2025 की तारीख दी गई. अविचल का सवाल है कि एम्स प्रशासन अपने आदेश में इस बात का दावा करता है कि सभी मरीज का अल्ट्रासाउंड एक दिन के अंदर होनी चाहिए, लेकिन दो साल बाद का इसके लिए आने को कहा गया है. ऐसे में एम्स के दावे का क्या मतलब है? एम्स प्रशासन के इस भ्रामक दावों से मरीजों का इलाज प्रभावित हो रहा है.
बड़ी संख्या में यहां आते हैं मरीज
इन सवालों के जवाब में दिल्ली एम्स की मीडिया विभाग प्रमुख प्रोफेसर रीमा दादा का कहना है कि एम्स में सभी दिन 24 घंटे एमआरआई करने के आदेश दिए थे. इसके बाद हम पहले के मुकाबले 20 प्रतिशत एमआरआई अधिक कर पा रहे हैं, लेकिन एम्स (AIIMS) बड़ी संख्या में मरीज आ रहे हैं.