दस साल के शासन में महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया आप पार्टी सरकार नें : नीलम चौधरी
नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) : दिल्ली विधानसभा चुनावो के चलते महिलाओं के लिए चुनावी रेवड़ी के रूप में जो घोषणा आम आदमी पार्टी की सरकार नें की है वह केवल लोगो को गुमराह करने के लिए है | यह कहना है बाबरपुर जिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष नीलम चौधरी का | नीलम चौधरी कहती है दिल्ली में पिछले 11 वर्षों से अरविन्द केजरीवाल सत्ता में रहने के बावजूद महिलाओं के लिए कुछ नही किया, परंतु चुनावी राजनीति के चलते महिलाओं को 2100 रुपये की घोषणा कर रहे है। महिलाओं को पैसे देने से किसने रोका था। पंजाब में इनकी 35 महीनों से सरकार है और चुनावों 1000 रुपये देने वादा करके अभी तक वहां महिलाओं को यह राशि क्यों नही दी | उन्होंने कहा कि महंगाई की मार से महिलाएं जूझ रही है और केन्द्र सहित दिल्ली की सरकार ने महिलाओं की तंगी की तरफ कोई ध्यान नही दिया है और भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों चुनावों में महिलाओं के लिए लुभावनी की बात कर रहे है।
नीलम चौधरी ने राजधानी में अपराधों पर चिंता जताते हुए कहा कि महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों के प्रति भाजपा और आम आदमी पार्टी कितनी गंभीर है वो इस बात से पता चलता है कि राजधानी में 16 हजार बलात्कार और 30 हजार महिलाओं के अपहरण हुए है और दोषियों को सजा देने के लिए जो प्रयास हो रहे है वो देश के सामने बड़ा प्रश्न है |
नीलम चौधरी कहती हैं छठ महापर्व पर विषैली यमुना में पूजा अर्चना करन में जो दिल्ली में श्रद्धालुओं को कठिनाई हुई उसके लिए अरविन्द केजरीवाल जिम्मेदार है कि 10 वर्षों में वादो के बावजूद यमुना हर दिन प्रदूषित हो रही है। दिल्ली में सांसों का संकट, कूड़े के ढेर, गंदगी, दमघोटू खतरनाक प्रदूषण, टूटी सड़कें सब कुछ आम आदमी पार्टी ने पिछले अपने कुशासन में बर्बाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोग समझदार है और आने वाले चुनावों में कांग्रेस के पक्ष में मतदान करके एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बनाने में भागीदार बनेंगे क्योंकि वो जानते है अगर दिल्ली चल पा रही है तो वो कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार के 15 वर्षों के कुशल शासन कारण ही संभव हो रहा है।
नीलम चौधरी ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस ने पहले भी लाडली योजना के तहत दिल्ली की बेटियों को आर्थिक सहायता जन्म से लेकर पहली कक्षा में, पांचवी कक्षा पास करने, 9वीं में प्रवेश करने, 10 वी पास करने जैसे विभिन्न मदों में उनके खातों में पैसा डालती थी और 2008 में लाडली योजना की शुरुआत हुई थी। अस्पताल में जन्म लेते ही 36,000 रुपये बेटी खाते में डालने और पहली से 12वीं तक 25,000 रुपये देने का प्रावधान था। कांग्रेस सरकार बेटियों को 12वीं कक्षा पास करने के बाद मैच्योरिटी अमाउंट उनके खाते में एक लाख रुपये सीधे डाले जाते थे। उन्होंने बताया कि 2008-09 से 86.44 करोड़ रुपये का बजट को बढ़ाकर 2013-14 तक 112.29 करोड़ रुपये तक कर दिया गया था। मगर केजरीवाल सरकार ने आते ही, इसे घटाकर 95.64 करोड़ किया, फिर 2019-20 में 85.30 करोड़ किया, और 2023-24 में हालत यह कर दी कि दिसंबर 2023 तक इसमें 42.95 करोड़ रुपये ही खर्च किए।