सिंगापुर के लगभग 100,000 हिंदी भाषी समुदाय के लोगों ने रविवार को यहां स्थित आर्य समाज के 96 साल पुराने परिसर में एक नई ‘विरासत और भित्ति चित्र गैलरी’ की स्थापना करते हुए स्वामी दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती मनाई। आर्य समाज परिसर की दीवारों पर चीनी मूल के सिंगापुर के भित्ति चित्र कलाकार द्वारा हिंदी भाषी समुदाय के लिये बनाई गई कलाकृति का स्वामी दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के अवसर पर उद्घाटन किया गया। पनिवेशिक काल के दौरान सिपाहियों के रूप में उत्तर प्रदेश और बिहार से आए शुरुआती प्रवासियों को चित्रित करती यह 36एम x 8एम का भित्ति चित्र सिंगापुर के लिटिल इंडिया परिसर में बनी सबसे बड़ी कलाकृति है।
भित्ति कलाकार यिप यू चोंग ने कहा, ‘मेरा लक्ष्य अपनी कला के माध्यम से कहानियां बताना है। मेरे जीवन, लोगों और जगहों की कहानियां।’ एक सामुदायिक नेता और अनुभवी वकील सतपाल खट्टर ने विरासत गैलरी का उद्घाटन किया, जो 1927 में सिंगापुर में स्थापित स्वामी दयानंद सरस्वती और आर्य समाज की कहानी का दस्तावेजीकरण करती है।