जानलेवा मांझे की बिक्री दिल्ली सरकार की घोर लापरवाही : सुमित शर्मा

0
64

 

जानलेवा मांझे की बिक्री दिल्ली सरकार की घोर लापरवाही : सुमित शर्मा

* केंद्र सरकार भी नहीं उठा रही ठोस कदम

– शिवा कौशिक –

नई दिल्ली ,दिल्ली में जानलेवा मांझे की बिक्री करने वालों को पकड़ पाने में नाकाम केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार की वजह से दिल्ली की जनता व बेजुबान पक्षियों को गवानी पड़ रही है अपनी जान, ऐसा कहना है दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डेलीगेट सुमीत शर्मा का। सुमीत शर्मा ने कहा की केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार की लापरवाही की वजह से धड़ल्ले से जानलेवा मांझे की बिक्री हुई जिस वजह से न जाने कितने ही पक्षी घायल हुए और कुछ जगह से जानलेवा मांझे से लोगों के गले कटने की खबर भी सामने आई है।

सुमीत शर्मा ने बताया की खबरों के अनुसार एक जगह बाइक से ड्यूटी जा रहे दिल्ली यातायात पुलिस के एक एएसआई मांझे की चपेट में आ गए जिस वजह से उनका गला कट गया, दूसरा मामला न्यू उस्मानपुर थाना क्षेत्र का है जहां सिग्नेचर ब्रिज से पत्नी के साथ स्कूटी से जा रहे एक कारोबारी का मांझे की चपेट
में आ कर गला जख्मी हो गया हालाकि राहत की बात यह है की दोनों ही लोग इलाज मिलने के बाद ठीक है। सुमीत शर्मा ने आगे बताया की जानलेवा मांझे से घायल होने की वजह से 200 से अधिक घायल पक्षी इलाज के लिए दिल्ली के विभिन्न अस्पताल लाए गए। सुमित शर्मा ने आगे बताया की जानलेवा मांझे से 500 से अधिक पक्षियों के घायल होने की आशंका है। सुमित शर्मा ने कहा कि ऐसा लगता है की भाजपा की केंद्र सरकार और दिल्ली की सत्ता पर बैठी आम आदमी पार्टी की सरकार दोनों ने ही दिल्ली को नकार सा दिया है क्योंकि न तो दिल्ली की सत्ता पर बैठी आम आदमी पार्टी दिल्ली के लोगों की बेहतरी के लिए, दिल्ली के लोगों की रक्षा के लिए कुछ कर रही है और न ही केंद्र में बैठी भाजपा सरकार।

सुमित शर्मा ने कहा की भाजपा सरकार को आम आदमी पार्टी के कार्यों में टांग अड़ाने का शौक तो है लेकिन दिल्ली के लिए, दिल्ली की जनता के लिए काम केंद्र में बैठी भाजपा सरकार भी नहीं करना चाहती। सुमित शर्मा ने कहा की कोई बात नहीं, दिल्ली में विधानसभा चुनाव आने वाले है और जितना परेशान आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की जनता को किया है दिल्ली की जनता अबकी बार आम आदमी पार्टी का बराबर हिसाब करेगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here