दिल्ली का ऐतिहासिक राजपथ अब कर्तव्य पथ के नाम से जाना जाएगा। आज NDMC ने इस पर मुहर लगा दी। अब कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्तव्य पथ का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान वह इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति का अनावरण भी करेंगे। पीएमओ ने कहा कि पूर्ववर्ती ‘‘राजपथ’’ सत्ता का प्रतीक था और उसे ‘‘कर्तव्य पथ’’ का नाम दिया जाना बदलाव का परिचायक है और यह सार्वजनिक स्वामित्व तथा सशक्तीकरण का एक उदाहरण भी है। पीएमओ ने कहा कि ‘‘कर्तव्य पथ’’ का उद्घाटन और सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री मोदी के अमृत काल में नए भारत के लिए ‘‘पंच प्राण’’ के आह्वान के दूसरे प्राण के अनुकूल है, जिसमें उन्होंने औपनिवेशिक मानसिकता की हर निशानी को समाप्त करने की बात कही थी। कर्तव्य पथ का दायरा रायसीना हिल्स पर बने राष्ट्रपति भवन से शुरू होता है और विजय चौक, इंडिया गेट, फिर नई दिल्ली की सड़कों से होते हुए लाल किले पर खत्म। इन्हीं सड़कों पर हर 26 जनवरी पर गणतंत्र दिवस की परेड होती है। करीब साढ़े तीन किलोमीटर की दूरी के इस रास्ते के इतिहास में जाएं तो पहले इसे किंग्सवे और फिर राजपथ के नाम से जाना जाने लगा था।