बिजली हाफ पानी माफ़ के नाम पर दिल्ली वासियों को गुमराह किया केजरीवाल नें : गुरमीत सिंह सूरा

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गुरमीत सिंह सूरा
बिजली हाफ पानी माफ़ के नाम पर दिल्ली वासियों को गुमराह किया केजरीवाल नें : गुरमीत सिंह सूरा

बिजली हाफ पानी माफ़ के नाम पर दिल्ली वासियों को गुमराह किया केजरीवाल नें : गुरमीत सिंह सूरा

* भ्रष्टाचार के सिवाय इनका कोई काम नही

नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) :आम आदमी पार्टी नें बिजली हाफ और पानी माफ़ के नारे से लगातार 11 साल तक दिल्ली की जनता को गुमराह करते हुए शासन चलाया और अब ये नारा उन्हें फेल होते दिखा तो नया नारा महिला सम्मान योजना लोगो को गुमराह करने के लिए ले आये | यह कहना है भारतीय जनता पार्टी शाहदरा जिला केवरिष्ठ नेता गुरमीत सिंह सूरा का |

गुरमीत सिंह कहते है विधानसभा चुनावों में अपनी हार से चिंतित अरविन्द केजरीवाल रोजाना ऐसी घोषणाएं कर रहे हैं जिनका पूरा होना सम्भव ही नहीं है | और दिल्ली सरकार के अफसरों नें खुद इन घोषणाओं को फर्जी बता अख़बारों मे इश्तहार दे दिए हैं | गुरमीत सूरा कहते हैं कि मुफ्त बिजली और पानी के नाम पर 40 प्रतिशत बिजली के बिल बढ़े और 44 प्रतिशत घरों में गंदा पानी। 71000 करोड़ रुपये जल बोर्ड को मिलने के बाद भी दिल्ली साफ पानी को तरसी। भ्रष्टाचार के सिवाय इनका कोई काम नही है। उन्होंने कहा कि लंदन पैरिस बनाने का वादा कर प्रदूषण में नम्बर वन बना दिया, 213 फीट कचरे के पहाड़ खड़े है और 500 कि0मी0 टूटी सड़के पड़ी है। यमुना को नाला बना दिया जहां प्रदूषित जल से पानी नही झाग दिखाई देते है और 10 साल में यमुना की सफाई करने में विफल रहे। हर मानसून में डूबती दिल्ली की सड़के तालाब बन जाती है, इस वर्ष मानसून के 2 महीने 30 मौतों का जबाब दिल्ली आज तक केजरीवाल से मांग रही है।

गुरमीत सूरा ने कहा कि केजरीवाल के स्वास्थ्य मॉडल में 30 प्रतिशत डाक्टर्स नही है। 14 अस्पतालां में निर्माण कार्य चल रहा है, जिसके लिए 10250 करोड़ की जरुरत है, जबकि बजट एलोकेशन 372 करोड़ हुआ है अगर इसी तरह चला तो अस्पतालों का निर्माण पूरा होने में 30 वर्ष लगेंगे, जबकि मौजूदा स्वास्थ्य व्यवस्था चलाने के लिए 8000 करोड़ चाहिए। उन्होंने कहा कि एलएनजेपी अस्पताल के रिनोवशन के नाम पर 659 करोड़ गायब है। शिक्षा मॉडल में 56000 ईडब्लूएस सीटे खाली पड़ी है,प्रिन्सिपल नही, 45,503 अध्यापको की कमी के चल रहे स्कूलों में छात्रों का भविष्य बर्बाद हो रहा है, और एक क्लास रुम बनाने में लाखों रुपये का भ्रष्टाचार हुआ।

गुरमीत सूरा ने कहा वादा प्रदूषण मुक्ति का किया था लेकिर 3 लाख लोगों ने प्रदूषण के कारण दम तोड़ा है, 7000 करोड़ के प्रोजेक्ट लटकाकर विकास के झूठे दावे किए, जन भागीदारी रोक कर, डोर स्टेप डिलीवरी का वादा करके धोखा दिया। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों का नियमन नही, वेतन नही, गिग वर्कर्स सामाजिक सुरक्षा खतरे में और न्यूनतम मजदूरी से वंचित, दलितों पर अत्याचारों में 4 गुणा वृद्धि, 8004 दलित बच्चों में से 94.2 प्रतिशत को स्कॉलरशिप नही मिली। केजरीवाल काल में जातीय अत्याचार चरम पर है।

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