कैलाश गहलोत का इस्तीफा देना और भाजपा ज्वाइन कर लेना भाजपा और आप दोनों पर सवाल उठाता है : आदेश भारद्वाज
आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनों की पोल खोली
नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) : अचानक ही दिल्ली के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देकर दिल्ली की राजनीति में सनसनी फैला दी थी वहीं आज कैलाश गहलोत के भाजपा ज्वाइन कर लेने से राजनीतिक गलियारों में हलचल और बढ़ा दी है। जहां भाजपा आम आदमी पार्टी पर हमलावर है तो दिल्ली कांग्रेस भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों पर हमला कर रही है। इस मामले को लेकर कांग्रेस के करावल नगर जिलाध्यक्ष आदेश
भारद्वाज का कहना है कि कैलाश गहलोत का इस्तीफा देना और अगले ही दिन भाजपा ज्वाइन कर लेना आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनों की पोल खोल रहा है। जो भाजपा कल तक करोड़ों रुपए के डीटीसी खरीद घोटाले से लेकर शराब घोटाले तक में कैलाश गहलोत को घसीटा करती थी आज उसी भाजपा डुबकी में कैलाश पाक साफ कैसे हो जाएंगे |
उन्होंने आम आदमी पार्टी पर भी सवालिया निशान उठाते हुए कहा कि कैलाश गहलोत द्वारा इस्तीफे देते समय लिखा गया पत्र आम आदमी पार्टी की पोल खोलने के लिए काफी है। जिसमें वह यमुना सफाई से लेकर केजरीवाल के बंगले तक पर सवालिया निशान उठा रहे हैं। लेकिन मेरे मन में यह सवाल उठता है कि दो बार विधायक रहकर, कई कई विभागों का मंत्री रहकर अब दिल्ली विधानसभा चुनाव के ढाई – तीन महीने पहले कैलाश गहलोत को पता चला कि केजरीवाल एंड पार्टी भ्रष्टाचार में लिप्त है और उनको जनता के कार्यों से कोई मतलब नहीं है। दरअसल आगामी चुनावों में आम आदमी पार्टी की भारी शिकस्त होती देख ऐसा किया गया है।
क्योंकि दिल्ली सरकार ने सिवा भ्रष्टाचार के कुछ काम किया ही नहीं है। जिसके चलते उनका हरेक बड़ा नेता जेल जा चुका है। हरेक विभाग के कामों को लेकर आम आदमी पार्टी बैकफुट पर है वो चाहे बरसात में हुए जलजमाव से हुईं मौतों पर सवाल हो, दिल्ली में बढ़ती गंदगी और प्रदूषण हो, यमुना की सफाई का मामला हो, पीने के पानी की सप्लाई हो, बिजली के बढ़ते बिलों का मामला हो या फिर शराब घोटाले के मामले हों। और यहां इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि भाजपा की तरफ से कैलाश गहलोत पर ईडी या सीबीआई का डर दिखाकर ऐसा करवाया गया हो। क्योंकि भाजपा इस तरह की स्क्रिप्ट की माहिर खिलाड़ी है। लेकिन सच्चाई अब चाहे कुछ भी हो पर इस सब में नुकसान दिल्ली की जनता का हो रहा है। और जनता आगामी चुनावों में अपने वोट की चोट से इन दोनों ही पार्टियों को घर बैठने पर मजबूर कर देगी।