जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में कहीं पहले की तरह गच्चा तो नहीं खा जायेगें-मनोज तिवारी

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जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में कहीं पहले की तरह गच्चा तो नहीं खा जायेगें-मनोज तिवारी
जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में कहीं पहले की तरह गच्चा तो नहीं खा जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में कहीं पहले की तरह गच्चा तो नहीं खा जायेगें-मनोज तिवारीजायेगें-मनोज तिवारी

जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में कहीं पहले की तरह गच्चा तो नहीं खा जायेगें-मनोज तिवारी

नई दिल्ली ,राजनीती भी अजीब है रोजाना सैकड़ों लोगो को मीठी गोली देने में माहिर लोग भी कभी-कभी ऐसी ही गोली और गच्चे का शिकार हो जाते हैं जोउन्हें लम्बे समय तक याद रहती है | जी हाँ हम बात कर रहे है उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी की जिन्होंने करीब आधा दर्जन लोगो को दिलासा दिया हुआ है इस बार जिलाध्यक्ष के लिए मैंने आपका ही नाम भेजा है और दावेदार भी खुश है कि शायद उनका नम्बर लग जाए | लेकिन बताते चलें पिछली बार ऐसे तमाम लोगो को निराशा हाथ लगी थी जो जिला अध्यक्ष के प्रबल दावेदार थे और मनोज तिवारी के विरोधियों नें उन्हें दोनों में से एक भी जिला नहीं लेने दिया था | नवीन शाहदरा जिले से मनोज तिवारी मनोज त्यागी तथा उत्तर पूर्वी दिल्ली से डॉ.यू.के.चौधरी को जिलाध्यक्ष बनवाना चाहते थे | लेकिन संघ में पकड़ रखने वाले विधायक जितेन्द्र महाजन नें गोटियाँ कुछ इस तरह बिठाई कि अपनी पसंद के मास्टर विनोद को जिलाध्यक्ष बनवा दिया | उसी तरह उत्तर पूर्वी दिल्ली में पूर्व मंत्री विजय गोयल के करीबी मोहन गोयल बाजी मार ले गए थे |

मास्टर विनोद की धर्मपत्नी के निगम पार्षद बनने के बाद उन्हें पद छोड़ना पड़ा तो मनोज त्यागी का नम्बर कार्यवाहक जिला अध्यक्ष पद पर लग गया | मनोज तिवारी इस बार भी उन्हें ही जिले की कमान दिलवाना चाहते है लेकिन कई दावेदार अपने-अपने तरीके से जुगत भिड़ाने में लगे है | जिनमे प्रमुख नाम मुकेश अरोड़ा,जितेन्द्र कंवर,रविन्द्र चौधरी दुष्यंत वर्मा,संजय कौशिक सहित कुछ और नाम भी है | पूर्व जिलाध्यक्षप्रवेश शर्मा भी सन्गठन में काम करना चाहते हैं | जहां तक उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले का सवाल है मोहन गोयल को एल्डरमेन बनाया जा चुका है उनकी छुट्टी होनी तय है | मनोज तिवारी यहाँ से डॉ.यू.के.चौधरी को जिलाध्यक्ष बनवाना चाहते हैं वहीं विजय गोयल और विजेंद्र गुप्ता की जोड़ी महक सिंह के लिए जोर लगा रही है | अन्य प्रमुख दावेदारों में भूषण त्यागी, गौरव खारी दीपक त्यागी ,दिनेश धामा ,कौशल मिश्रा हरीश शर्मा राम नरेश पराशर सहित कुछ और लोग भी लगे है | उतर पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र ब्राह्मण
बाहुल्य माना जाता है ऐसे में लोगो को किसी ब्राह्मण जिलाध्यक्ष की उम्मीद भी पार्टी से है | इस बाबत इस क्षेत्र के ब्राह्मण सक्रिय भी हो रहे है उनका तर्क है वोट लेने के लिए तो ब्राह्मणों का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन जब ब्राह्मणों को कुछ देने की बात आती है तो मनोज तिवारी खामोश हो जाते हैं | ब्राह्मण लाबी दोनों जिलों में से एक जिले में ब्राह्मण जिलाध्यक्ष की मांग भी कर रही है | अब सवाल उठता है मनोज तिवारी क्या स्टैंड लेते हैं ,चुनावी साल में थोड़ी सी चूक भी उन्हें भारी पड़ सकती है | मनोज तिवारी विरोधी खेमा बड़ी बारीकी से इस खेल में उलझा है |

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