दिल्ली वालों को 24 घंटे पानी देने की दिशा में उठाया गया अहम कदम
राजधानी के हर घर को 24 घंटे नल से साफ पानी देने के लिए मुख्यमंत्री आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गई। इस बैठक में मानसून के दौरान यमुना में आने वाले अतिरिक्त जल को स्टोर करने और उसे शुद्ध कर लोगों के घर तक पहुंचाने की योजना बनी। इस दौरान सीएम ने संबंधित अधिकारियों को पायलट आधार पर वजीराबाद जलाशय के ऊपरी छोर पर 459 एकड़ का कैचमेंट वेटलैंड जलाशय बनाने और 20 एकड़ का ऑफ रिवर मिनी जलाशय बनाने की दिशा में आगे बढ़ने के निर्देश दिए। दरअसल, दिल्ली सरकार की योजना है कि वजीराबाद बैराज के अपस्ट्रीम के बाढ़ क्षेत्र में मानूसन के दौरान आने वाले अतिरिक्त पानी को स्टोर किया जाए और उस पानी को शुद्ध करके दिल्ली के निवासियों को पीने योग्य पानी की आपूर्ति की जाए।
इस जलाशय में मानसून का करीब 1735 एमजी पानी को स्टोर किया जा सकेगा
इस जलाशय में मानसून का करीब 1735 एमजी पानी को स्टोर किया जा सकेगा। दूसरा, 20 एकड़ का ऑफ रिवर मिनी जलाशय बनाने पर विचार किया गया, जिसकी गहराई 10 मीटर तक होगी और यहां करीब 223 एमजी मानसून का पानी का स्टोर हो सकेगा। सीएम ने इन दोनों प्रस्तावों पर विचार-विमर्श करने के उपरांत संबंधित अधिकारियों को आगे की कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए, ताकि इस पर जल्द से जल्द काम शुरू हो सके। सीएम अरविंद केजरीवाल का कहना है कि सरकार दिल्ली में पेयजल की कमी को पूरा करने के लिए कई तरह के कदम उठा रही है। इसी के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने यमुना नदी के मानसून और बाढ़ के पानी को स्टोर करने की रणनीति बनाई है। इस पर तेजी से काम चल रहा है। आज की बैठक में दो प्रस्तावों पर विचार-विमर्श किया गया। इन दोनों प्रस्तावों पर आगे बढ़ने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है, ताकि पायलट प्रोजेक्ट पर काम जल्द शुरू किया जा सके।