हजारों करोड़ खर्च करने के बाद भी नहीं मिल रही दिल्ली के लोगो को स्वच्छ हवा : गुरमीत सिंह सूरा

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हजारों करोड़ खर्च करने के बाद भी नहीं मिल रही दिल्ली के लोगो को स्वच्छ हवा : गुरमीत सिंह सूरा

नई दिल्ली (सी.पी.एन.न्यूज़ ) : राजधानी दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए हर साल करोड़ों रूपये खर्च किये जाते है | विंटर एक्शन प्लान सहित कई योजनायें बनाई जाती है | लेकिन प्रदूष्ण से राहत नहीं मिल पाती और लोग जहरीली हवा के बीच घुटने को मजबूर रहते हैं | यह कहना है वरिष्ठ भाजपा नेता गुरमीत सिंह सूरा का | गुरमीत सिंह सूरा कहते हैं सारी योजनायें दिल्ली सरकार की लापरवाही तथा भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ जाती हैं | गुरमीत सिंह सूरा कहते हैं दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय प्रदूषण नियंत्रण का विंटर एक्शन प्लान पुरानी खोखली और बेबुनियाद आधारशिला पर तैयार करने की योजना की बात करते हैं जिसे दिल्ली सरकार पिछले अनेक वर्षों से दोहरा रही है।

दिल्ली में प्रदूषण के लिए केजरीवाल सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है। यदि गोपाल राय की यह मंशा हैं कि राजधानी में प्रदूषण का मसला सबके सहयोग और मिलकर निपटेगा, तो इस ओर सकारात्मक प्रयास भी तो सरकार की ओर से किये जाने चाहिए | गुरमीत सिंह सूरा नें दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय पर कटाक्ष करते हुए कहा कि क्यों जनता के टैक्स का हजारों करोड़ खर्च होने के बाद भी दिल्ली सरकार दिल्ली वालों को स्वच्छ हवा नही दे पा रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली से होने वाले प्रदूषण को 31 प्रतिशत बताकर गोपाल राय दिल्ली की जनता को गुमराह क्यों कर रहे है | जबकि पिछले वर्ष दिसम्बर में डब्लूएचओ ने एक रिपोर्ट में कहा है कि दिल्ली के खतरनाक प्रदूषण में वाहनों से 10-30 प्रतिशत, सड़क व निर्माण से निकले धूल कण से 10-30 प्रतिशत, औद्योगिक इकाईयों से 10-30 प्रतिशत, खुले में कचरा जलाने से 5-15 प्रतिशत, नजदीकी शहरों में पावर प्लांट से 7 प्रतिशत से कम, मौसमी धूल कण जो नजदीकी राज्यों से आते है 5 प्रतिशत से कम, नजदीकी राज्यों से खेती वेस्ट व पराली जलाने से 3 प्रतिशत से कम कम प्रदूषण होता है।

गुरमीत सिंह सूरा ने कहा कि नजदीकी राज्यों से होने वाले प्रदूषण में पंजाब का नाम न लेकर गोपाल राय ने प्रदूषण नियंत्रण में अपनी नाकामी को स्वीकार लिया है क्योंकि जब पंजाब में दूसरी सरकार थी तब केजरीवाल चीख-चीख कर पंजाब में पराली जलाने को दिल्ली में प्रदूषण का कारण बताते थे, क्या आम आदमी पार्टी के सत्ता में आने के बाद पंजाब में खेती होना बंद हो गई या पराली जलाना बंद कर दिया है |

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