
Congress In Delhi: सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति को फिर से तैयार किया है. पार्टी ने करीब एक दर्जन सीटों को प्राथमिकता देने का फैसला लिया है जिन पर कांग्रेस की स्थिति मजबूत है. हालांकि, ये ऐसी सीटें हैं, जहां पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था. ऐसे में कांग्रेस के इस प्लान से AAP की टेंशन में इजाफा हो सकता है.
कांग्रेस ने जिन 12 सीटों को चुना है, उनपर पार्टी पूरी ताकत झोंकेगी ताकि अपनी जीत की उम्मीदों को और बढ़ाया जा सके. इन सीटों में ज्यादातर अल्पसंख्यक और दलित बहुल क्षेत्रों को शामिल किया गया है जिससे पार्टी को उम्मीद है कि वह इन समुदायों का ज्यादा समर्थन हासिल कर सकेगी.
कांग्रेस ने इन प्रमुख सीटों पर अपने चुनावी प्रचार को खासतौर पर दलित और अल्पसंख्यक समुदाय को ध्यान में रखते हुए तैयार किया है. इन समुदायों को अपने पाले में लाने के लिए कांग्रेस ने विशेष पर्चे तैयार किए हैं जिन्हें चुनावी प्रचार के दौरान वितरित किया जाएगा. पार्टी का उद्देश्य है कि इन वर्गों को विश्वास में लेकर अपनी स्थिति को और मजबूत किया जाए. प्रमुख सीटों पर चुनावी अभियान का ध्यान विशेष रूप से इन वर्गों के मुद्दों पर केंद्रित होगा.
राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और खरगे का प्रचार अभियान
जानकारी के अनुसार कांग्रेस के लिए प्रचार के आखिरी चरण में पार्टी के शीर्ष नेता, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की सभाएं और रोड शो इन क्षेत्रों में आयोजित किए जाएंगे. इन नेताओं के रोड शो और सभाओं के जरिए कांग्रेस पार्टी इन सीटों पर अपने वोट बैंक को और मजबूत करने की कोशिश करेगी. पार्टी की योजना है कि इन नेताओं की उपस्थिति से इन क्षेत्रों में उत्साह का माहौल बने और पार्टी के उम्मीदवारों को वोटों में बढ़त मिल सके.
दिल्ली चुनाव में कांग्रेस की मजबूत तैयारी
कांग्रेस पार्टी ने जो रणनीति बनाई है उसमें विश्वास और उत्साह का एक बड़ा हिस्सा है. पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि अगर ये रणनीति सही तरीके से लागू होती है तो पार्टी को इन महत्वपूर्ण सीटों पर सफलता हासिल होगी. कांग्रेस अब पूरी ताकत से दिल्ली चुनाव में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए तैयार है.