ग्वालियर-चंबल अंचल के इनामी डकैत गुड्डा गुर्जर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बीती रात ग्वालियर पुलिस ने घाटीगांव के जंगल से उसे मुठभेड़ के दौरान पकड़ा है। जब पुलिस जंगल में गुड्डा गुर्जर की मौजूदगी का पता चला तो टीम उसे पकड़ने पहुंची। वहां डकैत गुड्डा गुर्जर के गिरोह ने पुलिस पर फायरिंग शुरु कर दी जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायर किए। इस एनकाउंटर में डकैत गुड्डा गुर्जर के पैर में गोली लगी है। गुड्डा गुर्जर को उपचार के लिए अस्पताल लाया गया है। वहीं, मुठभेड़ के दौरान उसके तीन साथी फरार हो गए हैं। फरार साथियों की तलाश में पुलिस लगातार सर्चिंग कर रही है। दरअसल, ग्वालियर चंबल में दहशत का नाम बना गया था डकैत गुड्डा गुर्जर। गुड्डा डकैत कुछ दिनों पहले सुर्खियों में आया जब उसने मुरैना के चांचुल गांव को खाली करने का फरमान सुनाते हुए लोगों को धमकाना शुरू कर दिया, यहां तक की वन विभाग की करोड़ों की जमीन पर कब्जा कर लिया। टेरर टैक्स की वसूली करनी शुरू कर दी। पुलिस की नाम में दम कर चुके डकैत गुड्डा गुर्जर की खबर जब सीएम शिवराज सिंह चौहान को लगी जिसके बाद सीएम ने पुलिस को फ्री हैंड देते हुए कहा था कि डकैत गुड्डा गुर्जर की वजह से प्रदेश की छवि खराब हो रही है। किसी भी सूरत में तुरंत उसका सफाया करो। सीएम शिवराज के आदेश के बाद ग्वालियर-चंबल बेल्ट की पुलिस एक्शन में आ गई। चंबल के आला अधिकारी पुलिस बल के साथ डकैत गिरोह की घेराबंदी करने में जुट गए थे। पुलिस की आधा दर्जन से अधिक टीमें डकैत गिरोह को पकड़ने के लिए जंगल में उतारी गई थी। बीते रविवार रात को नूराबाद पुलिस ने लोहगढ़ के जंगल में घेराबंदी कर 10-10 हजार के दो इनामी डकैतों को गिरफ्तार किया था। वहीं, बानमोर पुलिस ने डकैत गुड्डा गुर्जर को कारतूस और राशन पानी उपलब्ध करवाने वाली उसकी भतीजी को पकड़ा था। नूराबाद थाना प्रभारी विनय यादव के अनुसार पकड़े गए डकैतों के नाम रामनिवास उर्फ खलीफा गुर्जर निवासी दोरावली और हरी सिंह उर्फ हरिया गुर्जर निवासी बरवासिन थे। दोनों डकैत गुड्डा गुर्जर गैंग के सक्रिय सदस्य थे। उन पर मुरैना पुलिस की ओर से 10-10 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था।