मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस की तरफ से किए गए सोशल मीडिया पोस्ट पर मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
कांग्रेस की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) पर (मंगलवार 18 फरवरी, 2025) को किए पोस्ट में मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) की नियुक्ति को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा गया. पोस्ट में कहा, ‘आधी रात का तख्तापलट कैसे मोदी-शाह ने मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) की नियुक्ति पर कब्जा किया.’
‘मोदी सरकार ने नया कानून पारित किया’
कांग्रेस ने पोस्ट कर कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट ने ये अनिवार्य किया था कि मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) का चयन करने वाली समिति में प्रधानमंत्री विपक्ष के नेता (LoP) और भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) शामिल हों, लेकिन मोदी सरकार ने एक नया कानून पारित करके CJI को हटा दिया और उनकी जगह प्रधानमंत्री के चुने हुए एक मंत्री को शामिल किया, जिससे न्यायिक निगरानी कमजोर हो गई.’ मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस की तरफ से किए गए सोशल मीडिया पोस्ट पर मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
कांग्रेस की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) पर (मंगलवार 18 फरवरी, 2025) को किए पोस्ट में मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) की नियुक्ति को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा गया. पोस्ट में कहा, ‘आधी रात का तख्तापलट कैसे मोदी-शाह ने मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) की नियुक्ति पर कब्जा किया.’
‘मोदी सरकार ने नया कानून पारित किया’
कांग्रेस ने पोस्ट कर कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट ने ये अनिवार्य किया था कि मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) का चयन करने वाली समिति में प्रधानमंत्री विपक्ष के नेता (LoP) और भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) शामिल हों, लेकिन मोदी सरकार ने एक नया कानून पारित करके CJI को हटा दिया और उनकी जगह प्रधानमंत्री के चुने हुए एक मंत्री को शामिल किया, जिससे न्यायिक निगरानी कमजोर हो गई.’
आधी रात का तख्तापलट: कैसे मोदी-शाह ने मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) की नियुक्ति पर कब्जा किया
1️⃣ सुप्रीम कोर्ट का फैसला – सुप्रीम कोर्ट ने यह अनिवार्य किया था कि मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) का चयन करने वाली समिति में प्रधानमंत्री (PM), विपक्ष के नेता (LoP) और भारत के मुख्य न्यायाधीश… pic.twitter.com/GQCQ943l8N
— Congress (@INCIndia) February 18, 2025
‘राहुल गांधी के विरोध को मोदी और शाह ने खारिज कर दिया’
पोस्ट में कहा गया, ‘इस कानून को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिससे इसकी वैधता पर सवाल उठ गया. सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई की तारीख 19 फरवरी तय की, जो नियुक्ति प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती थी. विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने स्थगन की मांग की और समिति से सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करने का आग्रह किया, लेकिन राहुल गांधी के विरोध को मोदी और शाह ने खारिज कर दिया, जिनके पास समिति में बहुमत था.
‘किसे बताया, अमित शाह का दाहिना हाथ’?
CEC की नियुक्ति को लेकर कांग्रेस ने कहा, ‘एक चौंकाने वाले कदम में सरकार ने 17 फरवरी की आधी रात को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से महज 2 दिन पहले ज्ञानेश कुमार को नए CEC के रूप में घोषित कर दिया.’ आगे कहा, ‘ज्ञानेश कुमार जिन्हें अमित शाह का दाहिना हाथ माना जाता है को 2024 के चुनावों की निगरानी के लिए चुना गया जिससे बीजेपी की चुनावी प्रक्रिया पर पकड़ और मजबूत हो गई. सुप्रीम कोर्ट को दरकिनार करने से लेकर आधी रात की नियुक्ति तक मोदी और शाह ने दिनदहाड़े सबसे बड़े चुनावी तख्तापलट को अंजाम दिया.’
पोस्ट में कहा गया, ‘इस कानून को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिससे इसकी वैधता पर सवाल उठ गया. सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई की तारीख 19 फरवरी तय की, जो नियुक्ति प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती थी. विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने स्थगन की मांग की और समिति से सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करने का आग्रह किया, लेकिन राहुल गांधी के विरोध को मोदी और शाह ने खारिज कर दिया, जिनके पास समिति में बहुमत था.