CM Arvind Kejriwal का केंद्र पर हमला, कहा- ‘मुझे 8 साल से झूठे मुकदमे में फंसाने की हो रही है कोशिश’
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का दावा है कि प्रधानमंत्री जी देश के लिए काम करने के बजाय 24 घंटे अपने विरोधियों को झूठे मामलों में फंसाने के षड्यंत्र बनाते रहते हैं.
दिल्ली में सत्ताधारी पार्टी और बीजेपी के बीच सियासी तकरार चरम पर है. इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने केंद्र सरकार (Center government) पर निशाना साधा है. सीएम ने अपने पोस्ट एक्स में लिखा है कि मोदी सरकार 2015 से मुझे झूठे केसों में फंसाने की कोशिश कर रही है. लोगों पर तरह-तरह के दबाव बनाकर उन्हें मेरे खिलाफ बयान देने के लिए कहा जाता है. कई लोगों को तो यातनाएं भी दी गईं. प्रधानमंत्री जी देश के लिए काम करने के बजाय 24 घंटे अपने विरोधियों को झूठे मामलों में फंसाने के षड्यंत्र बनाते रहते हैं.
एक दिन पहले आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्डा ने अग्निवीर के मसले पर केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी को निशाने पर लिया था. उन्होंने पंजाब की वीर भूमि पर जन्मे अमृतपाल की जम्मू-कश्मीर के राजौरी में लाइन ऑफ बॉर्डर ड्यूटी के दौरान मृत्यु के बाद शहीद का सम्मान न मिलने पर सख्त नाराजगी जताई थी. उन्होंने कहा था कि अमृतपाल देश की सेवा करते जान दे दी लेकिन उनका पार्थिव शरीर लाया गया तो अग्निवीर योजना की सच्चाई सामने आई.
मोदी सरकार को लेकर सच साबित हुई AAP की आशंका
उन्होंने कहा कि जब यह योजना आई थी तब भी भी आप ने इसको लेकर आशंका जाहिर की थी केंद्र सरकार अब सेना का सम्मान नहीं करती है. राघव चड्ढा ने कहा कि जब अमृतपाल का पार्थिव शरीर लाया गया तो कोई सेना का यूनिट साथ नहीं आया. इस अग्निवीर योजना के चलते ना उन्हें कोई पेंशन दी जाएगी, न ही कोई शहीद का दर्जा दिया गया. उन्होंने केंद्र सरकार और बीजेपी से सवाल पूछा था कि- क्या यही है अग्निवीर योजना की सच्चाई? उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने निर्णय लिया है कि वो अमृतपाल के परिवार को 1 करोड़ रुपये की राशि देगी. यह अग्निवीर स्कीम आनन फानन में लागू किया गया है. बता दें कि पंजाब मानसा जिले के अग्निवीर अमृतपाल की 11 अक्टूबर 2023 को राजौरी सेक्टर में लाइन आफ कंट्रोल पर ड्यूटी के दौरान उनकी मृत्यु हुई.
पार्टी की लोकप्रियता से डरी BJP
बता दें कि सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह सहित आप के कई नेता जेल में हैं. आप नेता इसको लेकर बीजेपी पर आरोप है कि उसके नेताओं को झूठे मामलों में फंसाया गया है. आप नेताओं से राजनीतिक दुश्मनी निकाली जा रही है. साल 2013 में आप की पहली बार दिल्ली में सरकार बनी थी. साल 2015 और 2020 में भी दिल्ल्ती की जनता ने आम आमदी पार्टी को प्रचंड बहुत देकर सरकार बनाने का मौका दिया. पंजाब में भी सरकार बनने और गुजरात चुनाव में करीब 13 फीसदी मत हासिल करने के बाद आज आम आदमी पार्टी देश की सबसे बड़ी तीसरी और राष्ट्रीय पार्टी है. आप नेताओं का आरोप है कि बीजेपी और उनके नेता हमारी पार्टी के लोकप्रियता और विस्तार से डरी हुई है.