पंजाब में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अनजाने में पहुंचे तीन वर्षीय पाकिस्तानी बच्चे को बीएसएफ जवानों ने उसके परिवार को सौंप दिया है। अधिकारियों ने आज इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। बताया की ये घटना कल शाम करीब सात बजे राज्य के फिरोजपुर सेक्टर की है, जब बीएसएफ के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बाड़ के पास एक छोटे बच्चे को रोते हुए देखा। बीएसएफ के बयान में कहा गया है कि बच्चा कुछ भी बताने करने में असमर्थ था और उसे बीएसएफ की सुरक्षित हिरासत में रखा गया था। बच्चा रो रहा था और ”पापा, पापा” कह रहा था, जिसके बाद बीएसएफ के फील्ड कमांडर ने पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ तत्काल फ्लैग मीटिंग करने की पेशकश की, ताकि बच्चे को वापस सौंपा जा सके। क्योकि ये अनजाने में क्रॉसिंग का मामला था, बीएसएफ ने रात करीब 9:45 बजे पाक रेंजर्स से संपर्क किया। इसके बाद बच्चे को सद्भावना और मानवीय आधार पर पाक रेंजर्स को सौंप दिया गया। अनजाने में सीमा पार करने वालों से निपटने के लिए सीमा सुरक्षा बल हमेशा मानवीय रुख अपनाता है। वहीं, भारत ने पाकिस्तान से उसकी हिरासत में रखे गए 536 भारतीय मछुआरों और तीन अन्य कैदियों को रिहा करने को कहा है जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है और उनकी नागरिकता की पुष्टि हो गई है। विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, पाकिस्तान से उनके 105 मछुआरों और 20 अन्य कैदियों को तत्काल राजनयिक पहुंच उपलब्ध कराने को कहा है, जो पाकिस्तान की हिरासत में हैं और समझा जाता है कि वे भारतीय हैं।