पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने हल ही में अपनी कैबिनेट का विस्तार किया। 14 महीने के अंदर ममता सरकार का ये दूसरा कैबिनेट का विस्तार है। मंत्रिमंडल में नौ नए मंत्रियों को राज्यपाल एल गणेशन ने राजभवन में शपथ दिलाई। इसमें सात कैबिनेट और दो स्वतंत्र प्रभाव मंत्री बनाए गए हैं। इस नए मंत्रिमंडल में भाजपा छोड़कर टीएमसी में आने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को भी जगह दी गई है। एक वक्त था जब पश्चिम बंगाल में बाबुल सुप्रियो भाजपा के पोस्टर बॉय हुआ करते थे। अब वही सुप्रियो ममता सरकार में मंत्री बना दिए गए हैं। अन्य मंत्री भी ऐसे बनाए गए हैं, जिनसे आने वाले दिनों में भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। सुप्रियो तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने से पहले नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके थे। बाद में बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के साथ सुप्रियो के संबंधों में खटास आने लगी और उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटा दिया गया।
69 विधायक है बीजेपी के पास
2021 के विधानसभा चुनाव में बंगाल की 294 विधानसभा सीटों में से BJP ने 77 पर जीत दर्ज की थी। नतीजों के बाद 77 में से 2 विधायक निशिथ प्रमाणिक और जगन्नाथ सरकार ने इस्तीफा दे दिया था। ये दोनों BJP से ही सांसद हैं। पार्टी ने इन्हें विधानसभा चुनाव लड़वाया था। जीत के बाद इन्होंने विधायकी छोड़कर संसद में रहने का निर्णय लिया। इससे BJP के विधायकों की संख्या 75 हो गई। अब यह संख्या 69 पर आ चुकी है। 6 विधायक BJP छोड़कर TMC में जा चुके हैं। BJP के 18 में से 2 सांसद भी TMC में शामिल हो चुके हैं। जबकि नतीजों के बाद TMC का एक भी विधायक-सांसद या बड़ा नेता BJP में शामिल नहीं हुआ। जो भी शामिल हुए थे, सब चुनाव के पहले ही शामिल हुए थे।