भीष्म नें तोड़ डाली घोंडा में अपनी प्रतिज्ञा,भरा नामांकन पत्र
* लड़ चुके हैं आठ बार विधानसभा चुनाव
-अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली ,नहीं भाई नहीं हम हस्तिनापुर के युवराज रहे गंगापुत्र भीष्म की प्रतिज्ञा का जिक्र नहीं कर रहे हैं | हालांकि हमें गंगा पुत्र भीष्म के जन्म से लेकर प्रतिज्ञा तथा उनके देह त्याग तक के प्रसंग की पूरी जानकारी बारीकी से है यदि कभी कहोगे तो उसका भी एपिसोड आपके सम्मुख प्रस्तुत कर देंगे और आपको विस्तार से भीष्म प्रतिज्ञा के बारे में बता देंगें |
आज तो हम घोंडा के पूर्व विधायक भीष्म शर्मा की करीब छह माह पूर्व की गई प्रतिज्ञा का जिक्र करने जा रहे हैं | यह तो आप सब जानते ही हैं भीष्म शर्मा घोंडा विधानसभा से कुल आठ बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं और इस बार वे नवीं बार फिर से मैदान में है | शायद वे दिल्ली के इकलोते ऐसे नेता है जो लगातर नवीं बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं | पिछले लड़े आठ विधानसभा चुनावों में से भीष्म भाई केवल तीन बार ही जीत दर्ज कर सके हैं यानी पांच बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा है | और हार उनके खाते में नहीं जुड़े यह सोच उनकी इस बार विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं थी | यह हम नहीं कह रहे बल्कि वे खुद लोगो को यह बताते है | इतना ही नहीं करीब छह माह पूर्व भीष्म भाई नें बाबरपुर जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में ना केवल विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए मना किया था बल्कि कहा था वे इस बार किसी भी कीमत पर विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेगें | लेकिन उसके कुछ दिन बाद ही चुनाव लड़ने की जिज्ञासा उनके मन में आई और रोहताश नगर की तरफ उनकी निगाहें लग गई |
वहां विरोध की सम्भावनाओं के चलते उनका इरादा बाबरपुर का बन गया लेकिन जब पार्टी नें उन्हें बता दिया इस सीट पर किसी मुस्लिम को प्रत्याशी बनाया
जाएगा तो उनकी नजर करावल नगर विधानसभा पर ब्राह्मण बाहुल्य क्षेत्र होने के चलते लग गई | लेकिन उन्हें वहां भी कामयाबी नहीं मिली तो भूल गए अपनी
प्रतिज्ञा और फिर से कूद गए घोंडा के रण में | हालंकि भीष्म कहते हैं उनकी इच्छा तो चुनाव लड़ने की नहीं थी लेकिन पार्टी हाईकमान का आदेश था सो लड़ना पड़ा | आज हमने इस बात का जिक्र इसलिए किया भीष्म भाई नें आज घोंडा विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन जोर शोर से दाखिल किया है | घोंडा में इस बार क्या कुछ रहेगा इसकी चर्चा बाद में करेगें ,हमारी शुभकामनाएं है भीष्म भाई के लिए | आज बस इतना ही …