दिल्ली में एक अक्तूबर से 28 फरवरी 2023 तक डीजल वाहनों को प्रवेश नहीं मिलेगा। यह कदम प्रदूषण बढ़ने की आशंका को देखते हुए उठाया है। उधर, डीजल वाहनों पर पाबंदी लगाने के इस प्रस्ताव ने व्यापारियों की परेशानी बढ़ा दी है। त्योहार का मौसम इसी दौरान शुरू होता है, ऐसे में व्यापार पर इसका प्रभाव पड़ेगा। इसे लेकर बुधवार को चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के चेयरमैन बृजेश गोयल दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत से मुलाकात की। दिल्ली के व्यापारियों की तरफ से एक ज्ञापन देकर उनकी चिंता से अवगत कराया। बता दें बीते दिनों खबर सामने आई थी कि शिकागों विश्वविद्यालय में ऊर्जा नीति संस्थान के मुताबिक, वायु प्रदूषण भारत में मानव स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा खतरा है। वायु प्रदूषण की वजह से भारत में लोगों की उम्र करीब पांच साल तक घट रही है। अगर वार्षिक औसत प्रदूषण का स्तर 5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक नहीं होता है तो सबसे प्रदूषित राज्य दिल्ली में यह आंकड़ा 10 साल पहुंच सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक पीएम 2.5 का स्तर 5 माइक्रोग्राम पर क्यूबिक मीटर से कम होना चाहिए जबकि भारत में 63% आबादी ऐसी जगह पर रहती है जो भारत के बनाए हुए खुद के मानक जो कि 40 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से भी ज्यादा प्रदूषण को झेल रही है। इसीलिए इस आबादी पर सबसे ज्यादा खतरा है।