नगर निगम के उप चुनाव परिणाम इशारा करेंगे कि किधर जा रही है दिल्ली
रेखा गुप्ता ,देवेन्द्र यादव और सौरभ भारद्वाज की अग्नि परीक्षा
– अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली ,दिल्ली नगर निगम के 12 वार्डों में होने जा रहे उपचुनावों को जो लोग कह रहे हैं कि इनका दिल्ली की सियासत पर कोई असर नहीं पड़ेगा वो गलतफहमी के शिकार है, जी हाँ हम बिलकुल सही कह रहे हैं भले ही इन परिणामों से दिल्ली सरकार या दिल्ली नगर निगम की सियासत पर कोई असर नहीं पड़े लेकिन इसका संदेश ना केवल दिल्ली अपितु देशभर में जाएगा | निगम में भाजपा का अपने दम पर बहुमत मिलना ,आप पार्टी का सौ का आंकड़ा छूना और कांग्रेस का दो अंकों में पहुचना इन परिणामों में छिपा है | दिल्ली की ट्रिपल इंजन सरकार लोगो की कसौटी पर कितना खरी उतरती है ये परिणाम बताएगें | 27 साल के वनवास के बाद दिल्ली की सत्ता में लौटी भारतीय जनता पार्टी के लिए ये चुनाव परिणाम बेहद अहम रहने वाले हैं इसी तरह विधानसभा चुनाव में दिल्ली की सत्ता से बेदखल हुई आम आदमी पार्टी के भी इम्तिहान का परिणाम भी लेकर आएगें ये चुनाव |
हालांकि कांग्रेस के पास खोने को कुछ नहीं है लेकिन ये परिणाम यह भी साबित करेगें कि दिल्ली की सियासत में आने वाले समय में कांग्रेस की क्या भूमिका रहने वाली है | होने वाले उप चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के खाते में 9 सीटें थी जबकि आम आदमी पार्टी के खाते में महज तीन सीटें थी जबकि कांग्रेस के पास कोई सीट नहीं थी लेकिन कांग्रेस नें प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र यादव के नेत्रत्व में ये उपचुनाव विधानसभा का चुनाव समझते हुए लड़ा | समझ गए ना आप कांग्रेस नें इन चुनावों को बड़ी मजबूती के साथ लड़ा खुद देवेन्द्र यादव ,दिल्ली प्रभारी क़ाज़ी निजामुद्दीन समेत पूरी दिल्ली कांग्रेस की टीम जमीन पर दिखी |
ऐसे में चुनाव परिणाम प्रभावित होंगे इस सम्भावना से कतई इंकार नहीं किया जा सकता | यानी हमारा मानना है पिछली दोनों विजेता पार्टियों के लिए कांग्रेस प्रचार के दौरान समीकरण बदलते जरुर दिखी इसका क्या प्रभाव पड़ा यह तो मतगणना के बाद भी पता चलेगा लेकिन भाजपा और आप जहां अपनी सीटें रिटेन करना चाहती हैं वहीं कांग्रेस की नजरे भी खाता खोलने में लगी है | जहां तक भाजपा का सवाल है दिल्ली भाजपा नें तो अपनी पूरी ताकत झोंकी ही मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता बेहद सक्रिय दिखी और उन्होंने जमकर प्रचार किया कुछ घोषणाएं भी की ,दरअसल रेखा गुप्ता के ग्राफ का आंकलन भी करेगें ये चुनाव परिणाम, सभी सांसद ,दिल्ली के मंत्री,और भाजपा का तमाम अमला इन चुनावों में सडकों पर दिखा | वहीं आम आदमी पार्टी के लिए भी ये परिणाम अग्निपरीक्षा से कम नहीं रहने वाले ये परिणाम साबित करेगें आप से दिल्ली की मुक्ति कितनी जायज थी या एक भूल थी |
हालांकि आप पार्टी की ओर से केन्द्रीय नेत्रत्व की इन चुनावों में कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई दी , जिसका खामियाजा भी पार्टी को भुगतना पड़ सकता है | दक्षिण पुरी के अलावा हमें तो कहीं भी आप प्रत्याशियों के प्रचार की धार दिखी नहीं | चांदनी महल तक में पार्टी का प्रचार बेदम दिखा | अलबत्ता यहाँ निर्दलीय प्रत्याशी सभी के लिए सरदर्द बना रहा | यह बात अलग है प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज,आतिशी और गोपाल राय अपनी टीम के साथ जुटे रहे | जिन एक दर्जन वार्डो पर उप चुनाव हो रहे हैं उनमे शालीमार बाग़ और द्वारका बी सीट के परिणम पर सबकी नजरें रहने वाली है शालीमार से रेखा गुप्ता तथा द्वारका बी से कमलजीत सहरावत पार्षद थी |
अन्य वार्डों में संगम विहार,दक्षिणपुरी ,संगम विहार ए,विनोद नगर,ग्रेटर कैलाश ,अशोक विहार,चांदनी चौक ,चांदनी महल,मुंडका ,नारायणा तथा दिचाऊ कला सीट है | विनोद नगर वार्ड को छोड़ कर भाजपा सभी वार्डों में एकजुट दिखी ,विनोद नगर में क्या रहा इसकी चर्चा फिर कभी आज बस इतना ही …



