लोकसभा चुनाव : तीनों पार्टियों से महिला दावेदार भी हैं जो पड़ सकती हैं सब पर भारी

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लोकसभा चुनाव : तीनों पार्टियों से महिला दावेदार भी हैं जो पड़ सकती हैं सब पर भारी
लोकसभा चुनाव : तीनों पार्टियों से महिला दावेदार भी हैं जो पड़ सकती हैं सब पर भारी

लोकसभा चुनाव : तीनों पार्टियों से महिला दावेदार भी हैं जो पड़ सकती हैं सब पर भारी

बांसुरी स्वराज,अलका लांबा ,राखी बिडलान और कृष्णा तीरथ हैं सक्रिय

– अश्वनी भारद्वाज –

नई दिल्ली ,चुनावों की आहट हो और महिलाएं सत्ता की भागीदारी में सक्रिय ना हो ऐसा कदापि नहीं हो सकता | और होना भी नहीं चाहिए ,सत्ताधारी दल सहित तमाम विपक्षी पार्टियाँ महिला आरक्षण और प्रतिनिधित्व की बातें करती है भले ही महिलाओं को उनके हिस्से की भागीदारी देने में कंजूसी बरतती हों लेकिन एक दूसरे की होड़ में ही सही महिलाओं की भागीदारी तो रहती ही है | आगामी लोकसभा चुनावो के लिए राजधानी दिल्ली की सात सीटों से करीब आधा दर्जन नामचीन महिलाएं तीनों पार्टियों से दावेदार है | हैडलाइन में हमने जो चार महिलाओं का जिक्र किया है अपनी-अपनी पार्टियों में ये चारों टिकिटों का समीकरण बदल सकती है | सबसे पहले हम बांसुरी स्वराज की चर्चा करते है बांसुरी का उदय भाजपा की फायर ब्रांड नेता के रूप में हो चुका है |

बांसुरी दिल्ली के चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र से पार्टी की प्रत्याशी बनाई जा सकती हैं | उन्हें प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी का सीधे वरदहस्त प्राप्त है | सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज पेशे से वकील हैं। उन्होंने इंग्लैंड से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक की डिग्री हासिल की है। इसके अलावा बांसुरी ने लंदन के बीपीपी लॉ स्कूल से कानून की डिग्री भी हासिल की है।

बांसुरी स्वराज ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में मास्टर की डिग्री भी हासिल की है।भाजपा की दिल्ली इकाई में वे पदाधिकारी भी है और कई बार दिल्ली सरकार को घेरती रही है | जहां तक अलका लांबा का सवाल है वे भी कांग्रेस की तेज तर्रार महिला नेता है उन्हें भी सोनिया गांधी और राहुल गांधी का आशीर्वाद प्राप्त है वे भी चांदनी चौक से मजबूत दावेदार है | छात्र संघ से ले महिला कांग्रेस तक का उनका सफर उपलब्धियों से भरा रहा है | महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते उनका नंबर लग सकता है | जहां तक राखी बिडलान का सवाल है मात्र 26 साल की आयु में वे तब चर्चा में आई जब उन्होंने चार बार के विधायक और शीला दीक्षित सरकार के मंत्री राजकुमार चौहान को शिकस्त दी | राखी दिल्ली सरकार में मंत्री तथा दिल्ली विधानसभा में उपाध्यक्ष रही है इस बार उनका उत्तर पश्चिमी सीट से चुनाव लड़ना लगभग तय माना जा रहा है | कांग्रेस की कद्दावर नेता कृष्णा तीरथ दिल्ली सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार में भी मंत्री रह चुकी हैं वे भी उत्तर पश्चमी दिल्ली संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी बनना चाहती हैं |

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