हाल के दिनों में पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के विराध में देशभर में प्रदर्शन हुए। इस दौरान सोशल मीडिया में एक नारा ख़ूब वायरल हुआ, …सर तन से जुदा.’ उस वक़्त शायद ही किसी ने सोचा हो कि कुछ सिरफिरे इसे अमली जामा पहना सकते हैं। अब इसी मुद्दे पर ऑल इंडिया सूफी सज्जादनशीन काउंसिल के अध्यक्ष ने कहा कि इंटरफेथ कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य देश में सांप्रदायिक तत्वों के सामने ढाल बनना है। उन्होंने कहा कि हम कट्टरपंथी विचारों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि चंद लोग जो धर्म के नाम पर या किसी और विचारधारा के नाम पर विवाद खड़ा करते हैं, उसका असर पूरे देश में पड़ता है। इससे पहले दिल्ली में अंतर धार्मिक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने की। उन्होंने कहा कि कुछ तत्व ऐसा माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं जो देश की प्रगति में बाधा पैदा कर रहा है। उन्होंने इन सबकी निंदा की। कहा कि पीएफआई और अन्य कट्टरपंथी ताकतो के खिलाफ हमे मिलकर काम करने की जरूरत है। गौरतलब है कि सर तन से जुदा नारा तब सामने आया था जब पहले भाजपा से निष्कासित नेता नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की और फिर उदयपुर में दो मुस्लिम लोगों ने नूपुर शर्मा के बयान का समर्थन करने पर दर्जी कन्हैयालाल की सिर काटकर हत्या कर दी थी। इस मामले में दोनों आरोपी गिरफ्तार हैं और एनआईए जांच कर रही है।