रैट माइनर के घर पर चला बुलडोजर तो पत्नी ने सुनाया दर्द, बोलीं- ‘सम्मान के बदले…’
उत्तराखंड में टनल में फंसे मजदूरों को निकालने वालों में शामिल रैट माइनर के घर पर बुलडोजर चलाए जाने पर प्रियंका गांधी ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने बीजेपी पर हमला बोला है.
दिल्ली के खजूरी खास इलाके में रैट माइनर वकील हसन के घर पर बुलडोजर चलाए जाने के बाद सियासत गरमाने लगी है. कांग्रेस ने रैट माइनर वकील हसन का घर तोड़े जाने को लेकर बीजेपी को निशाने पर लिया है. घर को बुलडोजर से गिराने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रैट माइनर वकील हसन की पत्नी के दर्द पर संवेदना जताते हुए बीजेपी पर गरीबों को कुचलने और उन्हें प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि जिस वक्त वकील हसन ने अपनी जान जोखिम में डालकर उत्तरकाशी सुरंग में फंसे मजदूरों की जान बचाई थी, तब बीजेपी के कई बड़े नेता प्रचार के लिए उनके साथ तस्वीरें खिंचवाईं थीं और अब उनके परिवार को परेशान किया जा रहा है.
प्रियंका गांधी का बीजेपी पर तंज
प्रियंका गांधी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर वकील हसन की पत्नी का एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वो बीजेपी की सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए अपना दुख बयां कर रही है. वीडियो में वकील हसन की पत्नी कहते हुए नजर आ रही हैं कि उनके पति तो उत्तरकाशी के हीरो थे. उन्होंने 41 लोगों की जान बचाई थी. सब उन्हें सम्मान दे रहे थे. आज उस सम्मान के बदले मेरा मकान ले लिया. मोदी जी कहते थे सबका साथ और सबका विकास. मेरा विकास कहां है. पुलिस ने मेरे परिवार के सदस्यों को मारा पीटा. मेरे बेटे और बेटी को भी थाने में बंद कर दिया. क्या सरकार हमें बताएगी कि अब हम कहां जाएंगे?
जनता इस अन्याय का जवाब जरूर देगी- प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने अपने X अकाउंट पर लिखा- ”वकील हसन ने अपनी जान जोखिम में डालकर उत्तरकाशी सुरंग में फंसे मजदूरों की जान बचाई थी. तब अपने प्रचार के लिए भाजपा के बड़े-बड़े नेताओं ने उनके साथ तस्वीरें खिंचवाईं थीं. जब प्रचार खत्म हो गया तो आज उसी वकील हसन को थाने में बंद कर दिया और उनका घर तोड़कर उनके बच्चों के सिर से छत छीन ली. गरीबों का घर तोड़ना, उन्हें कुचलना, प्रताड़ित और अपमानित करना – यह अन्याय ही भाजपा के “अन्यायकाल” की सच्चाई है. जनता इस अन्याय का जवाब जरूर देगी.”
DDA ने चलाया अतिक्रमण विरोधी अभियान
बता दें कि DDA ने बुधवार (28 फरवरी) को खजूरी खास इलाके में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाते हुए और कई घरों को बुलडोजर से ढहा दिया था. डीडीए के इस अभियान के बाद रैट माइनर वकील हसन का परिवार भी बेघर हो गया. गौरतलब है कि उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में पिछले साल 41 मजदूर फंस गए थे और इन मजदूरों को बाहर निकालने में रैट माइनर ने अहम भूमिका अदा की थी. इन 12 रैट माइनर्स में एक दिल्ली के वकील हसन भी शामिल थे और उन्होंने भी बड़े ही बहादुरी के साथ टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने में मदद की थी.