केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने कहा ‘रोहिंग्या मुसलमानों की समस्या गंभीर, इसका समाधान जरूरी’
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि रोहिंग्या की समस्या किसी से छिपी नहीं है,इस समय कई जगह पर पहचान हुई और कई लोगों के पास एड्रेस प्रूफ नहीं था इसलिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने जो समान नागरिक संहिता की बात कही है वो बिल्कुल ठीक है और इसके लिए हाई पावर कमेटी का गठन हुआ है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने भी इसे स्वीकार कर लिया है और अन्य राज्य के सरकारों ने भी इस पर सहमति जताई है क्योंकि ये समस्या अकेले उत्तराखंड का नहीं है बल्कि कई जगहों की समस्या है।
रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार के रखाइन राज्य व बांग्लादेश के चटगांव क्षेत्र के निवासी हैं। यह मूल रूप से सुन्नी मुसलमान होते हैं। म्यांमार में विवाद होने के बाद यह थाईलैंड, भारत व बांग्लादेश आदि देशों में शरणार्थी व घुसपैठ कर रहे हैं। भारत में इनकी संख्या करीब 40 से 50 हजार है। इनमें से 16,500 यूएनएचसीआर United Nations High Commissioner for Refugees (UNHCR) से पंजीकृत हैं। बाकि अवैध रूप से रह रहे हैं।
देश के कई राज्यों में अवैध घुसपैठ कर इनके रहने की सूचना है। यह जम्मू कश्मीर से साउथ के राज्यों में रह रहे हैं। हाल ही में कई राज्यों की पुलिस ने इन्हें मानव तस्करी, नशे की तस्करी आदि अपराधों में लिप्त होने की भी सूचनाएं मिली हैं। ऐसे में उत्तराखंड पुलिस को इनके घुसपैठ की सूचना पर चौकन्ना हो गई है।
एसएसपी पंकज भट्ट ने कहा कि रोहिंग्या मुसलमान को लेकर जिले में सत्यापन शुरू करा दिया है। इनकी मौजूदगी मिली तो अगला कदम जल्द बढ़ाया जाएगा। फिलहाल जांच चल रही है।