सुप्रीम कोर्ट नें भाजपा सरकारों के मंसूबों पर पानी फेर दिया : सुमित शर्मा

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सुप्रीम कोर्ट नें भाजपा सरकारों के मंसूबों पर पानी फेर दिया : सुमित शर्मा

* देश की धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ है राज्य सरकारों का फैसला

– शिवा कौशिक –

नई दिल्ली, कांवड़ यात्रा मार्ग पर पड़ने वाली हर दुकान पर दुकानदार का नाम लिखने के उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम रोक लगा दी है। साथ ही उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश सरकार को नोटिस जारी करते हुए इस आदेश को जारी करने के कारणों के बारे में जवाब देने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकारों से शुक्रवार तक जवाब दाखिल करने को कहा है। अगर सुप्रीम कोर्ट सरकारों के जवाब से संतुष्ट नहीं होता है तो वह सरकार के नेम प्लेट अनिवार्य करने वाले फैसले पर स्थाई रूप से रोक लगा सकता है। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर ख़ुशी जताते हुए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के डेलिगेट सुमित शर्मा नें कहा आखिर सुप्रीम कोर्ट नें भाजपा के मनसूबो पर पानी फेर ही दिया |

सुमित शर्मा कहते हैं कावड़ यात्रा मार्ग में स्थित खानपान की दुकानों ढाबों व ठेलों पर मालिक का नाम लिखने का उत्तर प्रदेश का फैसला देश के संविधान, देश के लोकतंत्र, देश की धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ है और उत्तर प्रदेश सरकार का यह फैसला देश में धर्म के नाम पर नफरत और हिंसा को बढ़ाएगा | सुमीत शर्मा ने आगे उत्तर प्रदेश सरकार के इस फैसले का जमकर विरोध करते हुए कहा की एक बात बताइए कि क्या यह देश किसी एक धर्म का है या किसी एक जाति का है, नहीं यह देश सभी धर्म के लोगों का है, सभी जाति के लोगों का है लेकिन शायद उत्तर प्रदेश की सत्ता पर बैठी योगी सरकार या तो इस बात को जानती नहीं या फिर इस बात को अच्छी तरह से जानते हुए भी यह चाहती है की लोगों में एक दूसरे के धर्म और जाति को लेकर हीनभावना पैदा हो। सुमित शर्मा ने आगे कहा की उत्तर प्रदेश सरकार का यह फैसला इतना गलत है की खुद भाजपा के सहयोगी दल उत्तर प्रदेश सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे है।

सुमीत शर्मा ने बताया कि लोजपा रामविलास अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा की वह जाति या धर्म के नाम पर किसी भी विभाजन का समर्थन नहीं करेंगे। और इन्ही तथ्यों पर विचार करते हुए ही माननीय सर्वोच्च न्यायालय नें यह कदम उठाया है | सुमित शर्मा ने कहा कि मैं साफ साफ योगी सरकार से सिर्फ एक सवाल पूछता हूं कि योगी सरकार मुझे अपने इस आदेश के पीछे का उद्देश्य बता दें अगर कोई भी व्यक्ति अपनी दुकान पर या अपनी रेहड़ी पर या अपनी ठेली पर अपना नाम लिखेगा तो इससे योगी सरकार का कौन सा उद्देश्य पूरा होगा? नफरत फैलाने का, हिंसा फैलाने का, हीन भावना फैलाने का।

सुमित शर्मा ने आगे कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि भाजपा के नेताओं के द्वारा जो भी फैसले लिए जाते है वह सभी फैसले धर्म से ही जुड़े हुए क्यों होते हैं? विकास से जुड़े क्यों नहीं होते, रोजगार से जुड़े क्यों नहीं होते, शिक्षा से जुड़े क्यों नहीं होते? सुमित शर्मा ने आगे कहा कि मैं भाजपा को यह सलाह दूंगा कि धर्म के आधार पर देश में नफरत और हिंसा फैलाने की कोशिश ना करें और सच्चे मन से देश की प्रगति के लिए काम करना शुरू कर दें।

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