Terror Attack: राजनाथ सिंह का बड़ा बयान: “पर्दे के पीछे जो भी है, सबको मिलेगा जवाब”
नई दिल्ली — जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। देशभर में इस हमले के खिलाफ आक्रोश का माहौल है और लोग दोषियों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं। इस बीच देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक सख्त और स्पष्ट बयान देते हुए आतंकियों और उनके समर्थकों को चेतावनी दी है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि पहलगाम में हुए इस नृशंस हमले में हमने कई मासूम जिंदगियां खो दीं। यह एक अत्यंत दुखद और दिल दहला देने वाली घटना है। उन्होंने कहा कि वे उन सभी परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करते हैं जिन्होंने इस हमले में अपने प्रियजनों को खोया।
उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि भारत सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है और हम इसे पूरी सख्ती के साथ लागू कर रहे हैं। राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया कि यह केवल उन आतंकियों तक सीमित नहीं रहेगा जिन्होंने हमले को अंजाम दिया है, बल्कि उनके पीछे छिपे हर व्यक्ति और नेटवर्क तक सरकार पहुंचेगी।
उन्होंने कहा, “मैं देशवासियों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि सरकार हर जरूरी कदम उठाएगी। हम न केवल इस कृत्य के दोषियों तक पहुंचेंगे, बल्कि पर्दे के पीछे जो भी लोग इस हमले में शामिल हैं, उन्हें भी बेनकाब किया जाएगा और उन्हें करारा जवाब मिलेगा।”
रक्षा मंत्री का यह बयान तब आया है जब देश की सुरक्षा एजेंसियां पूरे घटनाक्रम की तह तक जाने के लिए चौकसी के साथ जुटी हुई हैं। पहलगाम हमले के बाद देशभर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे प्रमुख शहरों में संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
इस हमले में अब तक 28 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें कई विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं। यह हमला 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद घाटी में सबसे घातक बताया जा रहा है।
राजनाथ सिंह के बयान को सरकार की उस दृढ़ इच्छाशक्ति का संकेत माना जा रहा है, जिसके तहत भारत अब किसी भी आतंकी हरकत का न केवल जवाब देगा बल्कि उसे अंजाम देने वाले हर व्यक्ति को सबक भी सिखाएगा। सुरक्षा एजेंसियों ने भी जांच को तेज कर दिया है और सीमा पार से मदद पाने वाले हर संदिग्ध संपर्क की गहराई से जांच की जा रही है।
यह स्पष्ट है कि सरकार और देश की सुरक्षा व्यवस्था इस बार किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतेगी और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्यवाही की तैयारी में है।