मणिपुर में जुलाई से लापता 2 छात्रों की लाश मिलने से तनाव, विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस एक्शन में 30 लोग घायल
मणिपुर में जुलाई से लापता दो छात्रों के शव की फोटो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद राज्य में फिर से तनाव शुरू हो गया है. इसको लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.
मणिपुर में एक बार फिर हिंसा हुई है. राज्य की राजधानी इंफाल में दो युवकों की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ पर पुलिस ने मंगलवार (26 सितंबर) को लाठीचार्ज कर दिया. इस कारण इसमें 30 से अधिक छात्र घायल हो गए हैं.
दरअसल दो युवकों का जुलाई में अपहरण किया गया था. दोनों छात्रों की पहचान फिजाम हेमजीत (20) और हिजाम लिनथोइनगांबी (17) के रूप में की गई. इन दोनों के शवों की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद छात्रों ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था. इसे काबू करने के दौरान छात्राों पर पुलिस ने ये लाठीचार्ज किया था.
पुलिस ने क्या कहा?
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि जब सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों को मुख्यमंत्री सचिवालय की ओर बढ़ने से रोकने की कोशिश की तो उनकी पुलिस से झड़प हो गई. घायल प्रदर्शनकारियों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है.
सरकार ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के सचिवालय ने सोमवार (25 सितंबर) को बयान में कहा कि जांच के लिए मामला सीबीआई (CBI) को सौंप दिया गया है. साथ ही राज्य सरकार ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है.
बयान में कहा गया है, ‘‘केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के सहयोग से राज्य की पुलिस छात्रों के लापता होने की परिस्थितियों का पता लगाने और उनकी हत्या करने वाले षड्यंत्रकारियों की पहचान करने के लिए जांच कर रही है. आरोपियों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान भी शुरू कर दिया है ’’
क्या मामला है?
लापता छात्रों की दो तस्वीरें सोमवार रात सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. इनमें से एक तस्वीर में कथित तौर पर छात्र दो हथियारबंद लोगों के साथ नजर आ रहे हैं और दूसरी तस्वीर में दो शव दिख रहे हैं. बता दें कि मणिपुर में मई में हिंसा शुरू हुई थी.