अमेरिका के कैलिफोर्निया प्रांत के मर्सिड शहर में सोमवार को 4 भारतवंशियों के अपहरण के मामले में पुलिस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। वह खुद भी गंभीर हालत में मिला है, उससे पूछताछ जारी है। मर्सिड काउंटी के शेरिफ कार्यालय के अनुसार चारों अपहृत सिख परिवार के हैं। 36 साल के जसदीप सिंह, 27 साल की उनकी पत्नी जसलीन कौर, उनकी आठ माह की बच्ची आरुही और 39 साल के अमनदीप सिंह का अपहरण किया गया है। मामले में 48 साल के एक संदिग्ध आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। वह हिरासत में है और गंभीर स्थिति में है, पीड़ित अभी भी लापता हैं। अपहृत परिवार मूल रूप से पंजाब के होशियारपुर के हरसी पिंड के रहने वाला है। इस परिवार का वाहन सोमवार देर रात जली हुई हालत में मिला। जासूसों ने अमेरिकी पुलिस को मंगलवार सुबह बताया कि मर्सिड काउंटी के एटवाटर में एक एटीएम में अपहृत लोगों में से एक के बैंक एटीएम कार्ड का इस्तेमाल किया गया है। इसके बाद ही अपहरण की पुष्टि हुई। मर्सिड काउंटी के शेरिफ के कार्यालय ने बताया कि जांचकर्ताओं ने बैंक के एटीएम से पैसा निकालने वाले व्यक्ति की निगरानी करते हुए उसकी तस्वीर प्राप्त की। यह व्यक्ति अपहर्ता की तस्वीर से मिलती जुलती शक्ल का था। उसकी तस्वीर के मिलान के बाद ही संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया। अमेरिकी जांच एजेंसियों ने बताया कि संदिग्ध आरोपी की पहचान यीशु मैनुअल सालगाडो के रूप में हुई है। उसने खुदकुशी करने का प्रयास किया है। उसका इलाज कराने के साथ ही पूछताछ भी की जा रही है। शेरिफ कार्यालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि जांचकर्ता अपहृत चारों लोगों का पता लगा रहे हैं। उन्होंने संबंधित पक्षों व अमेरिकी लोगों से अपहृतों के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर साझा करने की अपील की है। सिख परिवार के चारों सदस्यों का मर्सिड में साउथ हाईवे 59 के 800 ब्लॉक में एक व्यवसायिक इलाके से अपहरण किया गया था। यह इलाका मोडेस्टो और फ्रेस्नो के बीच मध्य कैलिफोर्निया में है।
हाल ही में भारत लौटे जसदीप व अमनदीप के माता-पिता
जसदीप और अमनदीप के माता-पिता डॉ. रणधीर सिंह और कृपाल कौर अपहरण की खबर सुनकर सदमे में हैं। दोनों हाल ही में स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं। डॉ. रणधीर 29 सितंबर को विदेश से भारत लौटे थे। इसके बाद वे उत्तराखंड में तीर्थयात्रा पर चले गए थे। जब वह ऋषिकेश पहुंचे तो उन्हें अमेरिका से उनकी बहू जसप्रीत कौर का फोन आया, जिन्होंने उन्हें अपने पति अमनदीप और परिवार के अन्य सदस्यों के अपहरण की घटना के बारे में बताया। इसके बाद डॉ. रणधीर मंगलवार शाम अपने गांव लौटे और अमेरिका जाने की तैयारी में लगे।