जमीन से आसमान तक अचूक होगी सुरक्षा, झांकी में दिखेगा महिला सशक्तिकरण का नजारा
गणतंत्र दिवस को लेकर तमाम तरह की तैयारियां अपने अंतिम चरण में चल रही हैं, वहीं परेड को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से चाक-चौबंद कर दिया गया है.
गणतंत्र दिवस को लेकर तमाम तरह की तैयारियां अपने अंतिम चरण में चल रही हैं, वहीं परेड को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से चाक-चौबंद कर दिया गया है और दिल्ली पुलिस, स्पेशल सेल, आईएफएसओ समेत तमाम एजेंसियां राजधानी दिल्ली में लगभग महीने भर पहले से ही जगह-जगह जांच के साथ संदिग्धों पर पैनी निगाह रख रही है. जिससे इस आयोजन में सुरक्षा में कोई चूक न हो और लोग परेड के साथ निकलने वाली विभिन्न राज्यों की झांकियों का आनंद ले सकें.
महिला सशक्तिकरण की मिलेगी झलक
बात करें परेड और झांकियों की तो इस बार कर्तव्य पथ पर होने वाली परेड में महिला सशक्तिकरण की झलक देखने को मिलेगी. कर्तव्य पथ पर इस बार अर्धसैनिक बलों, आर्मी, नेवी और एयरफोर्स की महिला कर्मी कई हैरतअंगेज कारनामे करती दिखाई देगीं. वहीं तीनों सेनाओं के बैंड में भी महिला एवं पुरुष दोनों ही शिरकत करेंगे. जबकि, दिल्ली पुलिस एवं अर्ध सैनिक बलों जैसे सीआईएसएफ, बीएसएफ, सीआरपीएफ और एसएसबी आदि की परेड ग्रुप में केवल महिलाकर्मी ही होंगी.
विभिन्न राज्यों की 37 झांकियां होंगी परेड में शामिल
वहीं इस बार फ्रांस की आर्मी एवं पुलिस एक साथ मिलकर परेड करेंगे. जिसमें महिला एवं पुरुष कर्मी दोनों शामिल होंगे. इस साल परेड में देश के विभिन्न राज्यों की 37 झांकियां शामिल होंगी. जबकि सैन्य टुकड़ियों में कुछ अलग देखने को मिल सकता है. इस बार सैन्य टुकड़ियों के बैंड में भी महिलाकर्मी ही होंगी. छोटे फोर्स की एक परेड ग्रुप में करीब 90-100 महिला कर्मी एवं बड़े फोर्स जैसे अर्ध सैनिक बलों की एक परेड ग्रुप में करीब 130-150 कर्मी होंगी.
ड्रोन से की जा रही निगरानी
बात करें सुरक्षा व्यवस्था की तो सुरक्षा एजेसियों के मुताबिक गणतंत्र दिवस को लेकर सुरक्षा के पुख्ता और कड़ें इंतज़ाम किये जा रहे हैं. इसके लिए की जा रही तैयारियां अपने अंतिम चरण में है. जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और कंट्रोल रूम भी स्थापित किये जा चुके हैं. वहीं लोगों के बैठने की जगह भी पूरी तरह से तय की जा चुकी है. खुफिया एजेंसियों ने कर्तव्य पथ और उसके आसपास अपना डेरा डाल दिया है. वहीं दिल्ली पुलिस भी अपने स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लगातार बैठकें कर रही हैं. दिल्ली पुलिस ने कुछ इनपुट प्राप्त होने के बाद से ड्रोन से निगरानी शुरू कर दी है. दो दर्जन से अधिक संदिग्ध इलाकों में दिल्ली पुलिस खास तौर पर नजर रख रही है और आने-जाने वाले लोगों के बारे में पूरी जानकारी के लिये सूत्रों की सहायता ले रही है. वहीं साइबर सेल भी लगातार एक्टिव है.
लगभग महीने भर से राजधानी में चल रही उच्च स्तरीय जांच
बता दें कि गणतंत्र दिवस के मद्देनजर राजधानी में लगभग महीने भर से उच्च स्तरीय जांच चल रही है. होटल, गेस्ट हाउस, रेंटर वेरिफिकेशन कर किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने की कवायद में दिल्ली पुलिस लगी हुई है. वहीं गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान दिल्ली पुलिस के 50 हजार जवानों के साथ 60 पैरामिलिट्री फोर्स की कंपनियों को पूरी दिल्ली की सुरक्षा बंदोबस्त को संभालने की जिम्मेदारी दी गयी है.