राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी थाना क्षेत्र में कोयले की भट्टी में बच्ची का अवशेष मिला है। बच्ची कल मां के साथ खेत पर बकरी चराने गई थी। दोपहर बाद जब वह घर नहीं लौटी तो परिजनों ने तलाश की। गांव के जंगल में कालबेलिया समाज के लोग भट्टी से कोयला पकाते हैं। परिजनों ने संदेह के आधार पर भट्टी की तलाशी की। भट्टी में मिले अवशेष से बच्ची की पहचान हुई है। भीलवाड़ा के कोटडी डीएसपी श्यामसुंदर बिश्नोई और थानाधिकारी शिवराज गुर्जर के अनुसार कोटडी पुलिस थाना सर्किल में रहने वाली लड़की रोजाना की तरह बुधवार सुबह 8 बजे घर से बकरियां चराने के लिए जंगल की ओर गई. यह लड़की रोजाना 2 बजे तक बकरियां लेकर घर लौट आती थी. लेकिन बुधवार को दोपहर बकरियां घर आ गई. जबकि नाबालिग किशोरी नहीं लौटी तो परिजन चिंतित हो गए.
लापता किशोरी के रिश्तेदारों के घरों पर तलाश करने लगे। कई जगह तलाश की लेकिन किशोरी कहीं नहीं मिली। उसके बाद तलाश करते हुए। वो नरसिंहपुर के जंगल की ओर गए। जहां 4 से 5 कोयला भट्टियां थीं। उसमें से एक भट्टी धधकती मिली। इस क्षेत्र में कालबेलिया जाति के लोग अक्सर कोयला बनाते हैं। इसके चलते परिजनों को एक ही भट्टी जलने और उसमें दुर्गंध आने पर मन में शंका हुई। इस पर जलती हुई भट्टी की राख को लकड़ी से खंगाला तो उसमें चांदी का कड़ा मिला। यह कड़ा उसी किशोरी का होने और लाश को भट्टी में जला देने की शंका होने लगी इसके बाद ग्रामीण मौके पर जुटने लगे। कोटड़ी पुलिस को सूचना दी गई। भीलवाड़ा के एसपी आदर्श सिद्धू ने बताया कि बच्ची की हत्या और जलाने की सूचना मिली है। कुछ सुराग भी मिले हैं। बच्ची से गैंग रेप की आशंकाना से मना नहीं किया जा सकता है। चार में से तीन आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है। उनसे कड़ाई से पूछताछ की जा रही है। शाम तक वारदात का खुलासा कर दिया जाएगा।