बिहार में जल्द चुनाव की भविष्यवाणी! क्या गिर सकती है नीतीश कुमार की सरकार, जानें आंकड़े

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अमित शाह ने की बिहार में जल्द चुनाव की भविष्यवाणी! क्या गिर सकती है नीतीश कुमार की सरकार, जानें आंकड़े

बिहार में पिछले विधानसभा चुनाव के बाद एनडीए की सरकार बनी थी. अगस्त 2022 में नीतीश कुमार एनडीए से अलग हो गए थे और फिर राज्य में महागठबंधन सत्ता पर काबिज हुआ.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार (16 सितंबर) को बिहार के दौरे पर रहे. बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने यहां मधुबनी जिले के झंझारपुर में पार्टी की रैली को संबोधित करते हुए बिहार में जल्द चुनाव की भविष्यवाणी की. साथ ही उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर भी तंज कसा.

अमित शाह ने कहा, “मैं बिहार की सीमा की सारी दिक्कतों (घुसपैठ, भूमि कब्जाने, अवैध व्यापार) से परिचित हूं. मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि बिहार में जल्द ही चुनाव होगा और पीएम मोदी के नेतृत्व में यहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार बनेगी.” केंद्रीय गृह मंत्री के इस दावे के साथ ये जानना जरूरी है कि क्या नीतीश कुमार की सरकार को कोई खतरा है और इस वक्त बिहार विधानसभा की स्थिति क्या है.

बिहार विधानसभा का समीकरण

बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 122 सीटें अनिवार्य हैं. इस वक्त राज्य में महागठबंधन की सरकार है जिसमें राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू), कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई), सीपीआई (मार्क्सवादी-लेनिनवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (सीपीआईएम) शामिल हैं.

महागठबंधन के पास कुल 160 सीटें हैं जिसमें आरजेडी की 79, जेडीयू की 45, कांग्रेस की 19, सीपीआई मार्क्सवादी-लेनिनवादी की 12, सीपीआई और सीपीआईएम की 2-2 सीटें और एक निर्दलीय विधायक शामिल हैं.

क्या महागठबंधन सरकार को है खतरा?

राज्य में विपक्षी दलों में बीजेपी के पास 78, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के पास 4 सीटें हैं. एक सीट एआईएमआईएम के पास है. विधानसभा के मौजूदा समीकरण को देखें तो नीतीश सरकार के लिए कोई खतरा नजर नहीं आ रहा है. हालांकि राजनीति में कब क्या हो जाए, ये तो कोई नहीं जानता, लेकिन फिलहाल महागठबंधन सरकार सुरक्षित है.

नीतीश कुमार ने छोड़ा था एनडीए

बिहार में आखिरी विधानसभा के चुनाव साल 2020 में हुए थे जिसमें नीतीश कुमार बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के साथ थे. चुनाव में जीत के बाद एनडीए की सरकार बनी और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री चुने गए. हालांकि बीते साल अगस्त में नीतीश कुमार की पार्टी एनडीए से अलग होकर महागठबंधन में शामिल हुई. जिसके बाद बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनी. राज्य में अगले चुनाव साल 2025 में होने हैं.

अमित शाह का मुख्यमंत्री पर तंज

केंद्रीय गृह मंत्री ने शनिवार को रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी तंज कसते हुए कहा, “बिहार में अपहरण, गोलीबारी, लूट-खसोट, पत्रकारों एवं दलितों की हत्या की घटनाएं बढ़ती जा रही है. ये जो स्वार्थी गठबंधन बना है, वो बिहार को फिर से जंगलराज की दिशा में ले जाने वाला है. लालू यादव फिर से एक्टिव हो गए हैं, नीतीश कुमार इनएक्टिव हो गए हैं, तो आप समझ सकते हैं कि बिहार कैसे चलेगा.”

नीतीश कुमार ने किया पलटवार

अमित शाह के बयान पर नीतीश कुमार ने भी पलटवार किया. उन्होंने कहा, “अमित शाह कुछ भी बोलते हैं. हम उन लोगों की किसी बात पर ध्यान नहीं देते. बिहार का कितना विकास हो रहा है, देश में क्या हो रहा है, उन्हें कोई जानकारी है? कई दल एकजुट हो रहे हैं इसलिए वे घबराए हुए हैं.”

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