इहबास में प्रयोगशाला का हुआ उद्घाटन : डॉ.पी.के.उपाध्याय
नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) इहबास अस्पताल में नई प्रायोगिक प्रयोगशाला का उद्घाटन हुआ । प्रयोगशाला का उद्घाटन असिस्टेंट नर्सिंग सुप्रीटेंडेंट बिमला गुप्ता, न्यूरोसर्जरी विभाग के एचओडी डॉ पी के उपाध्याय और न्यूरोसर्जरी यूनिट की इंचार्ज ज्योति ने किया। इहबास अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग के हेड डॉ पी के उपाध्याय ने बताया की प्रयोगशाला के उद्घाटन के मौके पर रेजिडेंट को, नर्सेज को और टेक्नीशियन को तीन एक्सपेरिमेंटल प्रोसीजर के बारे में बताया गया और तीनों एक्सपेरिमेंटल प्रोसीजर का लाइव डेमो देकर उन्हें सिखाया गया जिसमें ट्विस्ट ड्रिल एवं एक्सटर्नल वेंट्रिकुलोस्टोमी ऑपरेशन, बुर होल का प्रोसीजर और क्रेनियोटोमी शामिल है। डॉ उपाध्याय ने आगे बताया की अभी मैंने इस प्रयोगशाला में तीन ऑपरेशन का डेमो करके दिखाया है और आगे धीरे धीरे हम इस प्रयोगशाला का विस्तार करेंगे और अन्य ऑपरेशंस का डेमो भी देंगे। जब हमने डॉ उपाध्याय से पूछा की इस प्रयोगशाला को बनाने के पीछे उनका क्या मकसद था तो इस पर डॉ उपाध्याय ने बताया की इस प्रयोगशाला को बनाने के पीछे का मकसद यह है कि जो मेडिकल के छात्र होते
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रेजिडेंट डॉक्टर होते है वो किसी भी मरीज का ऑपरेशन करने से पहले थोड़े घबराए हुए होते है या उनमें थोड़ी झिझक होती है, प्रयोगशाला के बनने से यह फायदा है की मेडिकल स्टूडेंट्स प्रयोगशाला में प्रैक्टिकल करके अच्छी तरह से सीख सकते है, इससे उनकी झिझक भी कम होगी और उनके आत्मविश्वास में भी वृद्धि होगी। डॉ उपाध्याय ने आगे कहा की इस प्रयोगशाला के बनने से मेडिकल स्टूडेंट्स को दोहरा लाभ होगा, ऑपरेशन थिएटर में तो मेडिकल स्टूडेंट्स हमें ऑपरेशन करते हुए देखते ही है, नई बनी प्रयोगशाला में वह प्रैक्टिकल भी कर पाएंगे। डॉ उपाध्याय ने आगे बताया की मेडिकल स्टूडेंट्स के सीखने के लिए यह प्रयोगशाला मैंने खुद अपने पैसों से ही बनवाई है ताकि मेडिकल स्टूडेंट्स ज्यादा अच्छी तरह से सीख सके। डॉ उपाध्याय ने आगे बताया की अगर सरकारी अस्पतालों की बात करे तो ऐसी प्रयोगशाला शायद सिर्फ एम्स में ही है अन्य किसी भी अस्पताल में नहीं।