झूठी घोषणाएं कर वाहवाही लूटना चाहते हैं केजरीवाल : परमानन्द शर्मा
* सहानुभूति लेकर वोट बटोरने की दोहरी चाल है
नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) : दिल्ली विधानसभा चुनावों की आहट से आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल एक के बाद एक झूठी घोषणा कर दिल्ली की जनता को गुमराह कर वाहवाही लूटना चाहते हैं | यह कहना है रोहताश नगर विधानसभा के वरिष्ठ कांग्रेस नेता पूर्व निगम प्रत्याशी परमानन्द शर्मा का | परमानन्द शर्मा कहते हैं अपने 11 साल के शासन में महिला सम्मान योजना की उन्हें याद नहीं आई जबकि उन्हें यह महसूस हो गया दिल्ली की जनता
उनकी विदाई करने जा रही है तो उन्होंने महिला सम्मान योजना के तहत नकद राशी देने की घोषणा कर महिलाओं को गुमराह करने का प्रयास किया है |
परमानन्द शर्मा कहते हैं इसी तरह वरिस्थ नागरिकों को धोखा देते हुए उन्होंने संजीवनी योजना की घोषणा की है | परमानन्द शर्मा कहते है एक तरफ तो अरविन्द केजरीवाल दिल्ली सरकार के पास सीमित बजट होने का ढोंग रचते है वहीं दूसरी ओर इस तरह की घोषणा करते हैं जो बिना बजट के पूरी हो ही नहीं सकती |
परमानन्द शर्मा कहते हैं पंजीकृत मस्जिदों के 150 इमामों और 58 मुअज्जिनों और गैर पंजीकृत मस्जिदों के 2000 से अधिक इमामों और मुअज्जिनों को पिछले 17 महीनों से उनका वेतन देने में विफल रही दिल्ली सरकार के मुखिया ने भाजपा की राह पर आज दिल्ली में मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारे के ग्रंथियों के ‘‘पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना’’ की घोषणा करके दिल्ली के लोगों की धार्मिक सहानुभूति लेकर वोट बटोरने की दोहरी चाल
है।
श्री शर्मा ने कहा कि केजरीवाल बेरोजगारी और महंगाई पर चुप रहकर स्वयं हनुमान मंदिर के पुजारी का पंजीकरण करने जाने की बात करना पूरी तरह भाजपा के रास्ते पर धार्मिक राजनीतिक करके लोगों की भावनाओं से खेलना है। परमानन्द शर्मा कहा कि अरविन्द केजरीवाल दिल्ली में चुनावों में हर दिन नई घोषणा कर रहे है परंतु दिल्ली की मस्जिदों के इमामों को मिलने वाले 18000 रुपये मासिक व मुअज्जिनों को16000 रुपये को साजिश के तहत 18 महीनां से रोका हुआ है। वक्फ बोर्ड में भ्रष्टाचार और घोटाला के आरोप इनके विधायक जेल में है |
परमानन्द शर्मा ने कहा कि ग्रंथी पुजारी सम्मान योजना की शुरुआत पर केजरीवाल ने कहा कि हम पहली बार कर रहे है। 11 वर्ष पहले केजरीवाल ने पहली बार दिल्ली की सत्ता हासिल करने के बाद दिल्ली के स्कूलों, अस्पतालों को बर्बाद कर दिया और दिल्ली में बेहतरीन शिक्षा और स्वास्थ्य मॉडल की बात करते है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने पहले जिस महिला सम्मान योजना के अंतर्गत 2100 रुपये देने की घोषणा की थी, उस पर दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक रूप घोषणा की कि ऐसी कोई योजना होने से इनकार किया। परमानन्द शर्मा ने कहा कि आप पार्टी सरकार के खिलाफ डीटीसी कर्मचारी वेतन न मिलने के कारण विरोध प्रदर्शन कर रहे है, मार्शलों को पहले नौकरी से निकाला फिर उनको नौकरी देने का वादा, आंगनबाड़ी, गेस्ट टीचर अपने वेतन के लिए वर्षों से संघर्ष कर रहे है। महिलाओं की सुरक्षा करने में फेल केजरीवाल महिलाओं को 2100 रुपये देकर महिल्ला सम्मान की बात करते हैं।
दिल्ली की जनता समझ चुकी है कि केजरीवाल की घोषणा और वादे कभी पूरे नही होने वाले। उन्होंने कहा कि पहली बार ही हुआ कि अरविंद केजरीवाल ने पिछले 11 वर्षों में दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की नियमित भर्ती पर पूरी तरह रोक लगा दी है जबकि 2014 में और 2017 व 2022 के निगम चुनावों में सफाई कर्मचारियों की भर्ती की घोषणा की थी लेकिन सत्ता में आने के बाद दलित वर्ग की पूरी तरह अनदेखी कर रहे है।