रूस ने 21 नवंबर को सुबह 5 से 7 बजे के बीच यूक्रेन के द्निप्रो शहर पर ICBM मिसाइलों से हमला किया. इस घटना को लेकर रूसी प्रवक्ता प्रेस कॉफ्रेंस को संबोधित कर रही थी, तभी बीच प्रेस कॉफ्रेंस में उन्हें क्रेमलिन से फोन आ गया.
रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने क्रेमलिन से कॉल आने के बाद ICBM मिसाइल हमले के बारे में कुछ भी कहने से मना कर दिया गया. संभवत: क्रेमलिन की ओर उन्हें इस मुद्दे पर बोलने से रोका गया था. लेकिन उनका भेद तो तब खुल गया जब उन्हें पता चला कि उनका माइक ऑन रह गया है.
प्रेस कॉफ्रेंस में आखिर हुआ क्या?
प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान रूसी प्रवक्ता को फोन करने वाले ने निर्देश दिया कि वह यूक्रेनी शहर निप्रो में “युज़माश” एयरोस्पेस निर्माता से जुड़े मिसाइल हमले पर टिप्पणी न करें. उसने कहा, “युजमाश बैलिस्टिक मिसाइल हमले के बारे में हम कोई टिप्पणी नहीं कर रहे हैं, जिसके बारे में पश्चिमी देशों ने बात करनी शुरू कर दी है.”
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Maria Zakharova’s complete 21 November Ministry of Foreign Affairs press briefing.
Revoiced into English. Usual short excerpt from Russian News to follow in a day or so.
RT – 1 hr 48 mins pic.twitter.com/zngBQ5eVvq
— Maria Zakharova (Commentary) (@_MariaZakharova) November 21, 2024
यूक्रेन पर रूसी हमले अब तक क्या है मालूम?
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने यूक्रेन की राजधानी कीव स्थित मीडिया आउटलेट ने एक सूत्र के हवाले से बताया है कि रूस ने अपनी आरएस -26 रुबेझ मिसाइल को यूक्रेनी क्षेत्र के अंदर 5,800 किलोमीटर की दूरी पर दागा. हालांकि, मिसाइल किसी परमाणु हथियार से लैस नहीं थी. सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज (सीएसआईएस) के अनुसार, आरएस -26 का पहली बार 2012 में सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था और 36 टन वजन के साथ 12 मीटर लंबा होने का अनुमान है. फिलहाल इस हमले को लेकर कितने लोग हताहत हुए हैं इसे लेकर कोई पुष्टि किए गए आंकड़े नहीं है.