Attack On Hindu Temple: कनाडा में खालिस्तान समर्थक प्रदर्शन में शामिल होने के कारण निलंबित किए गए एक पुलिस अधिकारी को क्लीन चिट दे दी गई है. इस प्रदर्शन में शामिल खालिस्तान समर्थक लोगों ने ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर के परिसर में प्रवेश किया था और श्रद्धालुओं पर हमला किया था.
कनाडा की पील पुलिस ने शुक्रवार (15 नवंबर, 2024) को कहा कि मंदिर पर हमले के वायरल वीडियो में दिख रहे पुलिस अधिकारी हरिंदर सोही हथियार डालने से मना करने वाले लोगों को डिसआर्म्ड करने की कोशिश कर रहे थे, जिसके बाद वह टकराव की स्थिति में आ गए थे.
खालिस्तानी झंडा लहरा रहा था पुलिस कर्मी
सोशल मीडिया पर तीन नवंबर को कई कई वीडियो वायरल हुए थे, जिसमें हरिंदर सोही को खालिस्तानी झंडा लहराते हुए देखा जा सकता है, लेकिन वह किसी को भी डिसआर्म्ड करते नहीं दिख रहे हैं. वहीं पील पुलिस का कहना है कि अधिकारी ने अपने कर्तव्यों के वैध निष्पादन के भीतर काम किया था.
‘प्रदर्शनकारियों को निहत्था करने में लगा था सोही’
कनाडाई पुलिस ने बयान में कहा, “जांच के बाद यह निर्धारित किया गया कि वीडियो में दिखाया गया अधिकारी एक व्यक्ति को निहत्था करने का प्रयास कर रहा था, जिसने अपना हथियार डालने से इनकार कर दिया और टकराव में आ गया और उसने अपने कर्तव्यों के वैध निष्पादन के भीतर काम किया.” पील पुलिस का कहना है कि अधिकारियों ने तनाव कम करने की कोशिश की.
अधिकारी का बॉडीकैम फुटेज जारी
पील पुलिस ने विवाद में अधिकारी का बॉडीकैम फुटेज जारी किया, जिसमें सोही एक ऐसे व्यक्ति को निहत्था करने की कोशिश करते हुए दिखाई दे रहा है, जिसने हथियार देने से इनकार कर दिया और आक्रामक हो गया. फुटेज में अधिकारी को एक व्यक्ति के पास जाते हुए दिखाया गया है, जिसके हाथ में एक छड़ी है और वह उससे उसे छीनने की कोशिश कर रहा है. उस व्यक्ति ने विरोध किया, जिसके बाद अधिकारी की ओर से छड़ी जब्त करने कोशिश की और उनमें छोटी सी झड़प हुई.
क्या था मामला?
कनाडा का ब्रैम्पटन में दीपावली के पहले सप्ताहांत के दौरान खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारी हिंदू सभा मंदिर में घुस गए थे, जहां भारतीय उच्चायोग एक सार्वजनिक शिविर लगा रहा था. पील पुलिस के सार्जेंट सोही खालिस्तानी झंडा हाथ में थामें हुए थे, जबकि बीड़ भारत विरोधी नारे लगा रही थी. हैरानी वाली बात ये है कि पील पुलिस ने कहा कि सोही लोगों को निहत्था करने की कोशिश कर रहे थे, जबकि वीडियो में उसे सादे कपड़ों में और ऑफ ड्यूटी देखा गया था. पील पुलिस ने कहा था कि मंदिर के पास विरोध प्रदर्शन तेजी से बढ़ रहा था, जिससे सुरक्षा संबंधी चिंताएं पैदा हुईं और अधिकारियों ने उन वस्तुओं को जब्त कर लिया, जिनका इस्तेमाल हथियार के रूप में किया जा सकता था.