काम करने की बजाय कमिश्नर को कटघरे में खड़ा करना चाहती है आप पार्टी : संदीप कपूर
* नहीं संभाल पा रहे सत्ता तो दे देना चाहिए इस्तीफ़ा
– शिवा कौशिक –
नई दिल्ली ,दिल्ली नगर निगम में सत्ताधारी दल होने के नाते आम आदमी पार्टी अपने कार्यों को तो कर नहीं रही और बिना वजह के हाउस में प्रदर्शन कर न तो हाउस चलने दे रही है, न कमेटियों का गठन होने दे रही है। यह कहना है भाजपा के वरिष्ठ पार्षद संदीप कपूर का | संदीप कपूर ने बताया की सत्ताधारी दल का काम होता है हाउस को चलाना, जनता से किए गए वादों को पूरा करना, जनता की समस्याओं का हल निकालना लेकिन जब मैं हाउस में गया तो मैंने देखा की सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी खुद तख्तियां लेकर प्रदर्शन कर रहा था तो जो सत्ताधारी दल का पहला कर्तव्य होता है वो तो आम आदमी पार्टी ने किया नही।
संदीप कपूर ने बताया आम आदमी पार्टी पार्षद कमिश्नर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और कमिश्नर से कह रहे थे की मेयर को फंड दिया जाए ताकि हमें भी फंड मिल सके। संदीप कपूर ने बताया की असल में बात यह है कि इस बार इन्होंने बजट में यह प्रावधान बनाया है की मेयर का एक अकाउंट बना दिया है जिसमें 1500 करोड़ मेयर को मिलेंगे जिसे वह अपने हिसाब से खर्च कर सकेगा। संदीप कपूर ने कहा की इसका मतलब यह है की जनता का जो पैसा टैक्स के रूप में एमसीडी के पास आ रहा है उसमें से पहले 1500 करोड़ रुपए आम आदमी पार्टी के मेयर को मिलेंगे जिसे वह अपने हिसाब से खर्च करेगा जहां वह उचित समझेगा
संदीप कपूर ने कहा की इतनी बड़ी राशि कोई कैसे दे देगा? और कहां से देगा? संदीप कपूर ने कहा की सत्ताधारी पार्टी ने खुद हाउस में प्रदर्शन करके अपने हाउस चलाने के कर्तव्य को खत्म कर दिया, दूसरा सत्ताधारी पार्टी कमिश्नर को कटघरे में खड़ा कर रही है कि कमिश्नर पैसा दे, कमिश्नर पर पैसा कहां से आएगा? एमसीडी का टैक्स का पैसा तो सरकार के खाते में जाता है। संदीप कपूर ने कहा की एमसीडी की सबसे पहली जिम्मेदारी होती है की आप कर्मचारियों को सैलरी दो, दूसरा कूड़े को उठवाओ, सड़कों की मरम्मत का कार्य करो, दवाइयों का छिड़काव करो और कुछ काम तो ऐसे है जो जनता के हित में बहुत जरूरी है जैसे स्कूल चलाना, समुदाय भवनों का रखरखाव करना, डिस्पेंसरी चलाना यह सभी काम करना एमसीडी की जिम्मेदारी है, तीसरा कुछ अतिरिक्त कार्य करना जैसे सड़कों का, स्कूलों का, समुदाय भवनों का निर्माण कार्य करवाना वो तब अगर पैसा बचता है तो लेकिन दिल्ली नगर निगम की सत्ताधारी पार्टी का यह कहना है की एमसीडी के यह काम हो या न हो, सड़कें बने या न बने, कूड़ा उठे या न उठे, स्कूल चले या न चले, सत्ताधारी पार्टी यह चाहती है की कमिश्नर हमें बस 1500 करोड़ रुपए मेयर के अकाउंट में दे दे जिसे हम अपने हिसाब से इस्तेमाल करे।
संदीप कपूर ने कहा की सत्ताधारी पार्टी हाउस में कमिश्नर के खिलाफ प्रदर्शन क्यों कर रही है जबकि कमिश्नर मेयर को रिपोर्ट करता है तो मेयर कमिश्नर को अपने कमरे में बुलाकर बात कर सकती है, कमिश्नर से पूछ सकती है की एमसीडी के पास फंड है या नही, कैसे काम किया जाए तो फिर तुम कमिश्नर को हाउस में क्यों टारगेट कर रहे हो, मेयर अपने कमरे में कमिश्नर को बुलाए, अपने पार्षदों को बुलाए और कमिश्नर से बात करे। संदीप कपूर ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी सिर्फ यह दिखाना चाहती है कि न तो अधिकारी हमारे बस में है, न कोई काम करना हमारे बस में है। संदीप कपूर ने कहा की आम आदमी पार्टी गलत परंपरा चला रही है, जो इन्होंने जनता से वादे किए थे वह वादे तो इन्होंने पूरे करे नहीं और अब यह सारा का सारा दोष कमिश्नर पर डालना चाहते है।
संदीप कपूर ने कहा की भाजपा इस बात का विरोध करती है और अगर आम आदमी पार्टी कोई काम नही कर सकती, आम आदमी पार्टी से अधिकारी नहीं संभल रहे तो भाजपा आम आदमी पार्टी से उनका इस्तीफा मांगती है। संदीप कपूर ने आम आदमी पार्टी से सवाल करते हुए पूछा की अब तो सुप्रीम कोर्ट का आदेश भी आ गया, सभी पार्षद भी मौजूद है तो आम आदमी पार्टी कमेटियों का गठन क्यों नही कर रही है, मेयर को सिर्फ एक नोटिफिकेशन ही तो देना है की जोन कमेटी, स्टैंडिंग कमेटी व अन्य कमेटियों के गठन के लिए चुनाव करवाए जाए तो अपना काम तो आम आदमी पार्टी कर नही रही है और कमिश्नर को दोष देने में लगे हुए है।