प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीपीआईएम के महासचिव सीताराम येचुरी के निधन पर शोक जताया. पीएम मोदी ने कहा, सीताराम येचुरी के निधन पर दुख हुआ. वे वामपंथ के प्रणेता थे. वे राजनीतिक स्पेक्ट्रम से जुड़ने की अपनी क्षमता के लिए जाने जाते थे. उन्होंने एक प्रभावी सांसद के रूप में भी अपनी पहचान बनाई. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं. ॐ शांति.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सीताराम येचुरी के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने कहा, येचुरी जी का निधन राजनीतिक क्षेत्र के लिए क्षति है. मैं उनके परिवार के सदस्यों और दोस्तों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं. ईश्वर उन्हें इस कठिन समय को सहने की शक्ति दे.
राहुल गांधी-ममता बनर्जी ने जताया दुख
सीताराम येचुरी के निधन पर राहुल गांधी ने दुख जताया है. राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, सीताराम येचुरी जी दोस्त थे. उन्हें भारत की गहरी समझ थी और वे भारत की विचारधारा के रक्षक थे. मैं उनके साथ लंबी बातचीत को मिस करूंगा. उनके परिवार, दोस्तों औऱ समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं.
उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी येचुरी के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने लिखा, सीताराम येचुरी के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ. उनका निधन देश की राजनीति को बड़ा नुकसान है. मैं उनके परिवार, दोस्तों और करीबियों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करती हूं.
72 साल की उम्र में ली आखिरी सांस
सीताराम येचुरी ने 72 साल की उम्र में एम्स दिल्ली में आखिरी सांस ली. येचुरी को 19 अगस्त को निमोनिया और चेस्ट इंफेक्शन के बाद इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था. इसके बाद उन्हें आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया था. येचुरी 2015 में सीपीआई एम के महासचिव बने थे. उन्होंने INDIA गठबंधन में अहम भूमिका निभाई थी.