फेक टिकट बुकिंग करने वाले कॉल सेंटर का गुरुग्राम पुलिस ने किया भंडाफोड़, 4 आरोपी गिरफ्तार
गुरुग्राम पुलिस ने एक मकान से अवैध तरीके से चलाए जाने वाले कॉल सेंटर के संचालक सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं. आरोपी टिकट बुकिंग के नाम पर विदेशी लोगों से ठगी करते थे.
साइबर सिटी कहे जाने वाले गुरुग्राम शहर से पुलिस ने टिकट बुकिंग के नाम पर विदेशी लोगों से ठगी करने वाले कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने कॉल सेंटर के संचालक के साथ कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हैं. पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से एक हैड फोन, चार लैपटॉप, एक लैपटॉप चार्जर बरामद किया है.
कॉल सेंटर गुरुग्राम के सेक्टर 55 के एक मकान में अवैध तरीके चलाया जा रहा था. इस कॉल सेंटर में फर्जी तरीके से विदेशी लोगों से ठगी की जा रही थी. ये ठगी रग्बी मैच, फुटबॉल मैच, सिंगर कंसर्ट बुकिंग के नाम पर की जा रही थी. सूचना मिलने पर पुलिस ने टीम का गठन किया और आरोपियों को धर दबोचा.
साइबर क्राइम ब्रांच ने मारा कॉल सेंटर पर छापा
गुरुग्राम साइबर क्राइम एसीपी प्रियांशु दीवान ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर साइबर क्राइम ब्रांच ने टीम का गठन किया और गुरुग्राम सैक्टर 55 के मकान नंबर 367 में छापा मारा. पुलिस छापे के दौरान वहां अवैध तरीके से फर्जी कॉल सेंटर चलता पाया गया. आरोपी फर्जी तरीके से कॉल सैन्टर चलाकर रग्बी मैच, फुटबॉल मैच, सिंगर कंसर्ट टिकट बुकिंग के नाम पर विदेशी मूल के लोगों से पैसे ठगते थे. पुलिस ने ठगी करने वाले चार आरोपियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया.
प्रियांशु दीवान ने बताया फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले आरोपियों की पहचान सोनू भाटी निवासी फतेहपुर बेरी (दिल्ली), आकाश चौहान निवासी खुर्जा जिला बुलंदशहर (उत्तर-प्रदेश), सूरज कुमार भारती निवासी गांव लखी सराय ( बिहार) और सीमांत राघव निवासी लक्ष्य अपार्टमेंट घिटोरनी (दिल्ली) के रुप मे हुई है.
आरोपी ऐसे देते थे ठगी की वारदात को अंजाम
एसीपी दीवान ने बताया की पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ गुरुग्राम थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है. एसीपी ने कहा कि पूछताछ के दौरान पता चला कि सोनू इस फर्जी कॉल सेंटर का संचालक है और सोनू अपने साथियों के साथ मिलकर इस कॉल सैंटर को चलाता था.
आरोपी सोनू और उसके साथी विदेश के सिंगर कंसर्ट, फुटबॉल मैच, रग्बी मैच की टिकट का विज्ञापन गूगल पर डालते थे. विज्ञापन में दिए टोल फ्री नंबर पर टिकट बुकिंग के लिए कॉल करने वाले लोगों को उनके डेबिट/क्रेडिट कार्ड में समस्या बताकर उनसे वॉलमार्ट के गिफ्ट कार्ड खरीदवाते थे और फिर उन गिफ्ट कार्ड के नंबर पूछकर टेलीग्राम पर चाइनीज लोगों से रिडीम करवाते थे और उस पैसे को अपने क्रिप्टो वॉलेट में डलवाकर विदेशी लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम देते थे.
पुलिस ने बताया की आरोपी सोनू अपने साथी आकाश चौहान को प्रॉफिट के 50% हिस्सेदारी के तौर पर देता था. इसके अलावा सोनू ने आरोपी सूरज कुमार भारती और सीमांत राघव को कॉलिंग के लिए रखा हुआ था, जिनको इस ठगी में कमाए गए पैसों से 30% हिस्सा मिलता था. सोनू इन्हे समय-समय पर इंसेंटिव भी देता था ताकि ये लोग लालच में आकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को ठग सकें.